श्रीनगर। कश्मीर में नए पर्यटन सीजन की शुरुआत के साथ ही एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन जनता के लिए खुल गया है। पूर्व में सिराज बाग के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन को 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने खुलवाया था। जबरवन पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित ट्यूलिप गार्डन एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है।
30 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला है गार्डन
ट्यूलिप गार्डन लगभग 30 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस उद्यान को कश्मीर घाटी में फूलों की खेती और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खोला गया था। इस गार्डन में इस साल विभिन्न किस्मों के लगभग 15 लाख फूल लगाए गए हैं। गार्डन में अब तक लगभग 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
गार्डन में इस साल ट्यूलिप की 62 किस्में
ट्यूलिप गार्डन में इस साल ट्यूलिप की 62 किस्में हैं। ट्यूलिप के फूल औसतन तीन-चार सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन भारी बारिश या बहुत अधिक गर्मी इन्हें नष्ट कर सकती है। पुष्प कृषि विभाग चरणबद्ध तरीके से ट्यूलिप के पौधे लगाता है ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक बगीचे में रहे।
दो साल के अंतराल के बाद खोला गया
गार्डन को दो साल के अंतराल के बाद खोला गया है, क्योंकि यह पिछले साल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन के कारण बंद रहा था। अधिकारियों ने कहा कि पुष्प कृषि विभाग ने मानक संचालन प्रक्रियाओं के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की यह अपील
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से ट्यूलिप गार्डन घूमने और केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य-सत्कार का आनंद लेने का आग्रह किया। मोदी ने कहा, ‘जब भी आपको अवसर मिले, जम्मू-कश्मीर की यात्रा करें और सुंदर ट्यूलिप गार्डन का दर्शन करें।’ उन्होंने कहा, ‘ट्यूलिप के अलावा, आप जम्मू-कश्मीर के लोगों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य-सत्कार का अनुभव करेंगे।’ मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ’25 मार्च जम्मू-कश्मीर के लिए खास है। जबरवन पर्वत की तलहटी में स्थित अद्भुत ट्यूलिप गार्डन आगंतुकों के लिए खुल जाएगा। गार्डन में 64 से अधिक किस्मों के 15 लाख से अधिक फूल दिखाई देंगे।’