
नई दिल्ली। शशि थरूर ने उन तीन मंत्रालयों के अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की मांग की जो 28 जुलाई को पैनल की बैठक में शामिल नही हुए थे. शशि थरुर ने कहा कि बैठक में शामिल होने से अंतिम समय में इनकार करना सदन के अवमानना के बराबर है। पेगासस जासूसी कांड पर सियासत गरम है आईटी समित के चेयरमैन शशि थरुर हैं और उनके खिलाफ बीजेपी सांसदों ने मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के मुताबिक 28 जुलाई को तीनों केंद्रीय मंत्रालयों मे कोई अधिकारी कमेटी के सामने नही आया है. तीनों मंत्रालयों ने कह दिया है कि उनके अधिकारी दूसरे काम में बिजी हैं.इस बैठक में बीजेपी और सहयोगी पार्टियों के 11 सांसद पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने अटेंडेंस नहीं लगाई. ऐसे में उनके बैठे रहने के बावजूद कोरम पूरा नहीं हो सका. दूबे का कहना था कि समित के सदस्यों की सहमति से एजेण्डा तय किया जाना चाहिए था. वही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के नेतृत्व में पार्टी सांसदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया था