कोविड-19 संक्रमण के तेज़ी से बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड के हरिद्वार में जारी कुंभ मेले में सोमवार को हज़ारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया.
सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिंदुओं की पवित्र मानी जाने वाली गंगा नदी में स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे.
यहां व्यवस्था के काम में लगे अधिकारियों का कहना है कि भारी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने से उन्हें कोरोना के कारण लगाई पाबंदियों का पालन करने में मुश्किलें पेश आ रही है.
हिन्दू धर्मावलंबियों का मानना है कि कुंभ के दौरान गंगा नदी में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
कुंभ मेला हर बारह सालों में एक बार होता है. ये इलाहाबाद, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में से किसी एक जगह होता है.
इस साल हरिद्वार में मेले का आयोजन ऐसे वक्त हो रहा है जब देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का मुक़ाबला कर रहा है और यहां बीते कुछ दिनों से रोज़ाना बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
जानकारों को है स्थिति बिगड़ने का डर
स्वास्थ्य से जुड़े विशेषज्ञों ने इससे पहले कार्यक्रम को रद्द करने की अपील की थी लेकिन सरकार ने ये कहते हुए मेले के आयोजन की अनुमति दी कि कोरोना के मद्देनज़र जारी किए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा.
हालाँकि सोमवार को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के द्वारा कहा गया था कि नदी के घाटों पर सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों को लागू कर पाना उनके लिए बेहद मुश्किल हो रहा है.
कुंभ मेला आईजी पुलिस संजय गुंजयाल ने कहा,”हम लोगों से लगातार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं. लेकिन यहां काफी भीड़ है और चालान करना असंभव है.”
उन्होंने कहा कि अगर पुलिस जबरन लोगों को घाटों पर सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों का पालन करने के लिए कहती हैं तो यहां पर “भगदड़ जैसी स्थिति पैदा” हो सकती है.
सोमवार को दो महीने चलने वाले कुंभ मेले सोमवती अमावस्या का दिन है. इस दिन गंगास्नान करने को बेहद पवित्र माना जाता है और बड़ी संख्या में लोग नदी में डुबकी लगाने पहुंचते हैं.
कुंभ मेले से पहले सरकार ने कहा था कि मेले में उन्हीं को आने की अनुमति दी जाएगी जिनकी कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव होगी और मेले में शिरकत करने वालों को कोरोना के कारण लागू किए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करना पड़ेगा.
लेकिन मेले में आए कई जानेमाने साधु-संतों समेत कई लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं.
इसके बाद सोमवार को हुए गंगास्नान के बाद चिंता जताई जा रही है कोरोना संक्रमण श्रद्धालुओं के बीच तेज़ी से फैल सकता है और ये भी संभव है कि ये वायरस यहां से लौटने वाले श्रद्धालुओं के साथ उनके गांवों और शहरों तक पहुंचे.