
न जाने क्यों कुदरत इतनी खफा – खफा सी है, पिछले एक महीने में लगातार सड़क हादसे में करीब 20 लोगो ने जान गवाई है, देवरिया-हाटा मार्ग पर मेहड़ा पुरवा गांव के पास दोपहर में वाहन के चपेट में आ जाने से युवक की मौत हो गईं। युवक की पत्नी एवं आसपास के लोगो ने युवक को लेकर पास के एक निजी अस्पताल में पहुचे, उसे लगा कि उसका पति जिंदा है। पत्नी ने ई रिक्शा पर शव लादा और तीन किलोमीटर देवरिया जिला अस्पताल पहुची जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी में डॉक्टर ने बताया कि युवक को मृत अवस्था मे लाया गया था। मिली जानकारी के आधार पे सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के देवरिया-हाटा मार्ग पर मेहड़ा पुरवा गांव निवासी रामशरीखा यादव उम्र लगभग (36) बर्ष अपने निजी कार्य से देवरिया-हाटा मार्ग पर स्थित बिजली उपकेंद्र के पास गए थे। इसी दौरान एक अज्ञात वाहन की चपेट में आ गए। दुर्भाग्यपूर्ण सड़क पर गिरते ही उनकी मौत हो गई। घटना की जानकारी प्राप्त होने पर रामशरीखा की पत्नी सविता और उनके पटीदार के लोग मौके पर पहुंच गए। लोग रामशरीखा को चौराहे के एक डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर को समझ में नहीं आया कि युवक जिंदा है या मर गया है। उसने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी।
आसपास के लोग एंबुलेंस के लिए फोन करने लगे लेकिन नहीं मिला तो पत्नी सविता ने पति को ई रिक्शा पर लादकर अकेली ही जिला अस्पताल लेकर पहुंच गई। घटनास्थल से जिला अस्पताल के तीन किमी के सफर के दौरान उसे विश्वास था कि उसका पति जिंदा है लेकिन सच तो यह था कि उसकी मौत हो चुकी थी।
सविता को उम्मीद न थी कि उनका पति अब इस दुनिया मे न रहा,