Friday, May 26News

नित्य उपयोगी औषधि है सोंठ/अदरक, कैसे करना है इसका उपयोग

अदरक सोंठ के फायदे और नुकसान—- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल /पुणे

अदरक हमारे देश मे और प्रायः हर घर मे किसी न किसी रूप मे उपयोगी हैं .कोरोना काल मे इसकी मांग के साथ उपयोग बढ़ा .क्योकि यह बहुत ही बहुउपयोगी के साथ बहुत लाभकारी औषधि हैं .इसका उपयोग आजकल हर परिवार मे हो रहा हैं .पर इसका अधिक मात्रा मे उपयोग हानिकारक भी होता हैं .आजकल  काढ़ा बनाने मे बहुत उपयोग होता हैं और कभी कभी नियमित काढ़ा का उपयोग किसी किसी  को नुक्सान  करता हैं .ऐसी स्थिति मे जो दो बार काढ़ा का उपयोग करने वाले दिन मे एक बार करे और उचित हो तो एक दिन छोड़कर पिए .

अदरक की तरह ही सोंठ में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम, विटामिन ए और सी, जिंक, फोलेट एसिड, फैटी एसिड,पोटेशियम जैसे पौषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए हैं। जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ हमारे शरीर को मौसमी बीमारियों यानि खांसी-जुकाम जैसी बीमारी के अलावा माइग्रेन जैसे अन्य गंभीर रोगों से बचाती है।..

सोंठ की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों की तुलना सर्दियों में अधिक किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोंठ क्या होती है ? सोंठ के फायदे क्या होते हैं ? सोंठ कब खानी और कितनी मात्रा में चाहिए ?

सोंठ क्या होती है  सूखी अदरक के पीसे हुए पाउडर को सोंठ कहते हैं। सोंठ की तासीर भी अदरक की ही तरह गर्म होती है। जिसकी वजह से उसकी बेहद ही कम मात्रा में सेवन करना सबसे फायदेमंद होता है। सौंठ का अधिक सेवन करने से सीने में जलन, डायरिया, पेट संबंधी रोग, होने की आशंका  बढ़ जाती है।

सोंठ का उत्पादन  सोंठ यानि सूखी अदरक के पाउडर का सबसे ज्यादा उत्पादन भारत, नाइजीरिया, चीन, कैरेबियन देशों के अलावा इंडोनेशिया में होता है। अदरक का उत्पादन हमेशा गर्म जलवायु में किया जाता है।

सोंठ का उपयोग खाना बनाने में एक मसाले के रुप में होता है। प्राचीन काल से आयुर्वेदिक दवाओं में भी सोंठ का बहुतायत मात्रा में उपयोग किया जाता है।

घर पर सोंठ बनाने का तरीका …

1.सोंठ को घर में बनाना बेहद आसान है। इसके लिए आपको ताजा अदरक चाहिए। ताजा अदरक को पहचान के लिए उसे थोड़ा सा छीलकर देखें। अगर उसमें रेशे निकलते हैं, तो वो कच्ची है। थोड़ी पुरानी अदरक को पानी से धोकर अच्छे से साफ करके छील लें

2. साफ अदरक को छीलकर पतले टुकड़ों में काटकर एक प्लेट में धूप में सूखने के लिए अलग रख दें। अदरक को सुखाने के लिए आप ओवन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अदरक को लगभग 150 F पर ओवन सेट करें और करीब 2 घंटे तक रहने दें, बीच-बीच में चेक जरुर करें और पूरी तरह सूखने पर ठंडा होने के लिए अलग रख दें।

3. अब अदरक को एक मिक्सर की मदद से बारीक पाउडर बनाकर पीस लें। अब इस सूखी अदरक के पाउडर को ठंडा होने के बाद किसी एयरटाईट डिब्बे या कंटेनर में स्टोर करके रखें। आप इसे 1 साल तक उपयोग कर सकते हैं।

  • सोंठ का नियमित सीमित मात्रा (1-2 चुटकी) का सेवन शहद या गर्म पानी से करने पर शरीर की इम्युनिटी मजबूत होती है। जिससे शरीर मौसमी बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।
  • अगर आप रोजाना पेट संबंधी बीमारियों यानि गैस, अपच से परेशान रहते हैं, तो ऐसे में अदरक या सोंठ का सेवन करना लाभदायक रहेगा। क्योंकि सोंठ में फाइबर के अलावा एंटी इंफ्लेमेंटरी तत्व पाए जाते हैं।
  • सोंठ का सेवन करने से सिरदर्द के अलावा माईग्रेन की वजह से होने वाले दर्द में राहत मिलती है। क्योंकि सोंठ में आयरन, फाइबर जैसे पौषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जिसकी वजह से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और मस्तिष्क में ऑक्सीजन सही मात्रा में पहुंचती है। सोंठ को खाने में मिलाकर सेवन करने से अल्जाइमर से छुटकारा मिलता है।
  • सूखी अदरक पर हुए शोध के अनुसार, में सोंठ में दर्द कम करने वाले औषधीय तत्व पाए जाते हैं। इसलिए सोंठ को नचुरल पेनकिलर भी कहा जाता है। सोंठ या अदरक की चाय पीने से पीरियड्स में होने वाले दर्द में आराम मिलता है। ]
  • सोंठ का नियमित रुप से सेवन करने से पाचन तंत्र सुचारु रुप से काम करता है। जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। सोंठ का सेवन आप खाना बनाने या, गर्म दूध के साथ भी कर सकते हैं। आप अदरक का सेवन
  • अगर ठंड की वजह से सीने में दर्द है, तो ऐसे में सोंठ की चाय पीना और सोंठ को कपड़े में बांधकर गर्म करके सीने की सिंकाई करने से दर्द से राहत मिलती है।
  • सूखी अदरक का पाउडर यानि सोंठ का नियमित सेवन करने से शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड शुगर सामान्य रहती है। जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
  • एक शोध के मुताबिक सोंठ का गर्भावास्था में सेवन करने बेहद फायदेमंद होता है। इससे पेट के रोगों के अलावा मॉर्निग सिकनेस यानि सुबह होने वाली घबराहट से निजात मिलती है।
  • अगर आप बार-बार सर्दी खांसी की दिक्कत रहती हैं, तो ऐसे में गुनगुने पानी या दूध के साथ एक चुटकी सोंठ का इस्तेमाल रोजाना करने से लाभ होता है।
  • सोंठ का सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को भी मात दी जा सकती है। सोंठ या अदरक का नियमित सेवन करने से शरीर में कैंसर कोशिकाओं, ट्यूमर और शरीर में मौजूद डीएनए में होने वाली प्रक्रिया को कम कर देती है। इसके अलावा खून के थक्के बनने से रोकती है।

सोंठ के नुकसान   

हर चीज की तरह सोंठ का ज्यादा उपयोग करना भी आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है। इसलिए हमेशा आयुर्वेदाचार्य और डॉक्टर्स सोंठ की बेहद कम मात्रा यानि 5 ग्राम का ही सेवन करने की सलाह देते हैं। सोंठ के नुकसान ….

1. सोंठ का ज्यादा सेवन करने से पेट संबंधी रोग यानि डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है।

2. लगातार लंबे समय तक सोंठ का इस्तेमाल करने से सीने में जलन और गैस की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।

3. सोंठ का सेवन करने से मुंह में जलन होने की समस्या भी हो सकती है।

4. सोंठ का अधिक सेवन करने से पीरिड्स में हैवी ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ जाता है।

अदरक और सौंठ बहु आयामी और बहु उपयोगी औषधि होने से लाभप्रद हैं और इसका अधिक मात्रा मे उपयोग किसी किसी को प्रकृति के अनुसार नुकसानकारक होता हैं .

विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन ,संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104  पेसिफिक ब्लू, नियर डी मार्ट ,होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026  मोबाइल 09425006753

सी ३/५०४ कुंदन एस्टेट कांटे बस्ती पिम्पले सौदागर पिम्पले सौदागर पुणे 411027

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Wordpress Social Share Plugin powered by Ultimatelysocial