
रिपोर्ट/अंशुल कुमार
जनपद एटा। जिले में बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा। बीते दो दिनों में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। शनिवार को 11 नए मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए। जनपद बुखार का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। बीते तीन दिन से लगातार मौतें हो रही हैं। शनिवार को अलग-अलग क्षेत्रों में बुखार से सात माह की बच्ची सहित पांच ग्रामीणों की मौत हो गई। बिल्सड़ पट्टी और बिल्सड़ पछायां में एक ही दिन में तीन मौतें होने से लोग दहशत में हैं। बिल्सड़ पछायां में कुछ दिन पहले बुखार फैला था। स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर लोगों की जांच की और दवाएं दीं। इसके बाद स्थिति में सुधार आया। लेकिन अब फिर हालात बिगड़ गए हैं। शनिवार को बिल्सड़ पछायां निवासी 25 वर्षीय निर्मल पांडेय पुत्र धर्मवीर की मौत आगरा के एक नर्सिंग होम में हो गई। परिजनों ने बताया कि बुखार आने पर उसे आगरा ले गए थे। जहां डेंगू की पुष्टि हुई।
सात माह की शुभ्रा ने तोड़ा दम
गांव के ही बुजुर्ग किशनलाल को पांच दिन पूर्व बुखार आया। शनिवार को उनकी भी मौत हो गई। इसके अलावा बिल्सड़ पट्टी निवासी इरफान की सात माह की बेटी शुभ्रा को शुक्रवार को बुखार आया। परिजन उसे इलाज के लिए अलीगंज ले गए, जहां देर रात उसकी मौत हो गई। राजा के रामपुर थाना क्षेत्र के गांव मोह गड़रिया निवासी जमादार को चार दिन पहले बुखार आया। परिजन राजा का रामपुर में एक चिकित्सक के यहां ले गए। जहां मलेरिया की पुष्टि हुई। शनिवार सुबह मौत हो गई। उधर, जलेसर के मोहल्ला हथौड़ा निवासी बिट्टू भारद्वाज को बुखार आया। परिजन उसे लेकर आगरा ले गए। जहां से गंभीर स्थिति में उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। दिल्ली ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए 11 बुखार पीड़ित
शनिवार को मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड में बुखार पीड़ित संजू, नीलम, प्रमोद व संदीप को भर्ती किया गया। वहीं इमरजेंसी वार्ड में सिपाही मुकुल कुमार इलाज के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि चिकित्सक ने बुखार का नाम सुनते ही ड्रिप लगा दी। इसके अलावा अल्हापुर निवासी राजेंद्र, फरीदा निवासी रतन सिंह, खेड़ा निवासी संसा देवी, काशीराम कॉलोनी निवासी कुसुमलता, अलीगंज निवासी दिनेश, निधौली रोड निवासी गुलनाज को बुखार व दस्त के चलते इमरजेंसी में भर्ती किया गया।