
आगरा। विनीत प्रताप सिंह ।। जहां इस समय लोग कोरोनावायरस की महामारी से जूझ रहे हैं इस महामारी ने लोगों को पहले से ही आर्थिक रूप से और मानसिक रूप से कमजोर कर दिया है। पूरा भारत इस महामारी के दंश को झेल रहा है लेकिन फ्रॉड अपनी फ्रॉड गिरी से बाज नहीं आ रहे हैं। ठग अपनी ठगाई से बाज नहीं आ रहे हैं उन्हें तो सिर्फ अपनी फ्रॉड गिरी करके पैसा एकजुट करना है।
इसी तरीके का एक मामला आगरा जिले के थाना बरहन से संबंधित है जहां एक व्यक्ति लक्ष्मण कुमार (प्रधान) ग्राम पंचायत जामपुर को फोन करके उसे अपने द्वारा शपथ दिलाई जाने की बात कहता है और कहता है कि आप मुझे पहचान नहीं पा रहे हो मैं दरोगा जी बोल रहा हूं। आगे चलकर वह व्यक्ति अपना नाम राजेश बताता है और कहता है कि मैं अपने मिलने वाले से कुछ पैसे आपके खाते में ट्रांसफर करा रहा हूं।
आप भले ही हजार दो हजार मिठाई के लिए ले लेना और दो-चार या 10 दिन में वो पैसे मेरे को आप दे देना, यहीं बात समझने की होती है।

लोग लालच में आ कर पैसे लेने के चक्कर में अपने पैसे दे बैठते हैं यही वह टर्निंग प्वाइंट होता है जहां पर लोग समझ नहीं पाते लेने के चक्कर में दे जाते हैं बहुत छोटी सी चालाकी का स्टेप ही लोगों के खाते से पैसा गायब कर देता है।
लेकिन प्रधान जी तो गूगल-पे या फोन-पे इस्तेमाल नहीं करते थे और यह लोग गूगल-पे या फोन-पे वालों को ही अपना शिकार / टारगेट बनाते हैं। जिनके पास गूगल-पे या फोन-पे हो फिर उसके पास वहां से पे-रिक्वेस्ट भेजते हैं और UPI पिन डलवा कर आपके पैसे आपके खाते से पैसा उनके खाते में चला जाता है।
तो कृपया इन सब कॉल से सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि इस महामारी में भी गूगल-पे या फोन-पे और UPI के माध्यम से ऐसे बहुत से लोगों को अपना शिकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप सतर्क हैं तो आप बच सकते हैं और सबसे बड़ी कहावत यहां से पर लागू होती है जिसे बड़े बुजुर्गों ने कही थी।
लालच बुरी बला है – लेने के चक्कर में आदमी अपने पैसे दे बैठता है ! कृपया सावधान !!