
लखनऊ. कोरोना महामारी (COVID Pandemic) और सियासी उठापठक के बीच उत्तर प्रदेश में बड़े फेरबदल की संभावना बन रही है.
पिछले दिनों योगी सरकार (Yogi Government) और प्रदेश बीजेपी संगठन में फेरबदल की बात वायरल हुई थी. अब इस बात पर मुहर लगती दिख रही है.
इसके पीछे की वजह यह है कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अपने मध्य प्रदेश के दौरे को निरस्त कर लखनऊ पहुंच गई हैं.
जानकारी के मुताबिक वह लखनऊ में अधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं. गुरुवार शाम को उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी हो सकती है.
राज्यपाल का मध्य प्रदेश दौरा रद्द होने के बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि यूपी सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां शुरू हो गई है. कहा यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम को राज्यपाल से मिलने वाले है.
दरअसल, 15 दिन से राज्यपाल मध्य प्रदेश में थीं. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के लखनऊ पहुंचने से इस चर्चा ने फिर से जोर पकड़ लिया है कि क्या प्रदेश कैबिनेट का दूसरा विस्तार 28 या 29 मई के बीच होगा.
नए डिप्टी सीएम की बात
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स में पिछले दिनों कयास लगया गया था कि यूपी को विधानसभा चुनाव से पहले नया उपमुख्यमंत्री मिल सकता है. कयास ये लगाये जा रहे हैं कि पूर्व आईएएस एके शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है.
वहीं, केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश भाजपा की कमान सौंपते हुए ओबीसी चेहरे के साथ भाजपा अगले चुनाव में जा सकती है.
दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा
गौरतलब है कि 19 मार्च 2017 को सरकार गठन के बाद 22 अगस्त 2019 को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार किया था. उस दौरान उनके मंत्रिमंडल में 56 सदस्य थे.
कोरोना के चलते तीन मंत्रियों का निधन हो चुका है. हाल ही में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप की मौत हुई थी, जबकि पहली लहर में मंत्री चेतन चौहान और मंत्री कमला रानी वरुण का निधन हो गया था.
नियम के मुताबिक यूपी में कैबिनेट मंत्रियों की अधिकतम संख्या 60 तक हो सकती है. पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 6 स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को कैबिनेट की शपथ दिलाई गई थी.
3 नए चेहरों के साथ राज्यमंत्री को मिलाकर 6 स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी और 11 विधायक को राज्य मंत्रियों को उत्तर प्रदेश सरकार में जगह दी गई थी.
योगी कैबिनेट में इतने पद खली
मौजूदा समय में योगी सरकार के मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 22 राज्यमंत्री हैं. इस तरह से यूपी सरकार में फिलहाल कुल 54 मंत्री हैं, जिसके लिहाज से 6 मंत्री पद अभी भी खाली है.
जिन्हें बढाया जा सकता हैं. यूपी में पंचायत चुनाव में मिली हार के बाद से भाजपा की चिंता अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ गई है.
सूबे के विधानसभा चुनाव में महज आठ महीने का समय बाकी है. उससे पहले सरकार और संगठन में व्यापक सुधार किये जाने हैं. इसीलिये सरकार के विस्तार का चर्चा बार बार सामने आती है.