
एटा। जिले में शुक्रवार और शनिवार को बुखार से 14 लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर ग्रामीणों की जांच कर रही है। फिर भी हालात नहीं सुधर रहे हैं। लोग सरकार से गुहार लगा रहे हैं। मारहरा ब्लॉक क्षेत्र के गांव सिरसा बदन में हर घर में चारपाई बिछी है। सैकड़ों लोग बीमार हैं। ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर पत्र वायरल कर पीएम मोदी और सीएम योगी से बीमारी से बचाने की गुहार लगाई है। बता दें कि इस गांव में हाल ही में बुखार से चार लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को चार व्यक्तियों में डेंगू के लक्षण मिले थे।
शनिवार को सीएमओ डॉ. उमेश त्रिपाठी गांव में पहुंचे। उन्होंने यहां तीन स्वास्थ्य कैंप लगवाए। मच्छर रोधी दवा का छिड़काव कराया गया। उधर, शीतलपुर क्षेत्र के गांव बारथर और जलेसर क्षेत्र के टिमरुआ में भी हालात खराब है। दोनों गांव में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
गांवों में लगाए जा रहे कैंप
बुखार ने पूरी तरह से जिले को अपनी चपेट में ले लिया है। मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहले गांव ओनघाट में हालात बिगड़े, जहां स्वास्थ्य टीम द्वारा मरीजों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। अब शीतलपुर ब्लॉक के ही गांव बारथर के हालात बिगड़ गए हैं। यहां बुखार से दो व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। कई लोग आगरा में इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में कैंप लगाया गया। इसके बाद भी बुखार पर नियंत्रण नहीं हो सका है। गांव सिरसा बदन में भी सैकड़ों ग्रामीण बीमार हैं। गांव के ग्रामीणों ने एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल किया है। जिसमें लिखा है कि गांव में 1500 से 1800 लोग बीमार हैं। मोदी जी और योगी जी आप तक यह पत्र पहुंचे तो समाधान निकालें। यह पत्र वायरल होने के बाद शनिवार को सीएमओ गांव पहुंचे। उन्होंने गांव का निरीक्षण कर लोगों से बात की।
सीएमओ ने कहा कि 18 घरों में लार्वा मिला है। इससे पता चलता है कि लोग कूलर व फ्रिज को साफ नहीं करते हैं। उन्होंने स्वास्थ्य टीमों को निर्देश दिए कि मरीजों की डेंगू सहित मलेरिया की जांच की जाए। जो व्यक्ति डेंगू व मलेरिया से ग्रसित निकलें, उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जाए।