
नई दिल्ली। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों पर हमला किया गया। दरअसल यह बवाल तब शुरू हुआ जब फेसबुक पर कुरान का अपमान करने की अफवाह फैलाई गई जिसके बाद कट्टरपंथियों ने दुर्गा पंडालों पर हमला बोल दिया और मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है सोशल मीडिया पर यह मुद्दा ट्रेंड कर रहा है जिस पर यूजर्स की कड़ी प्रतिक्रियाएं देखने को भी मिल रही है।
इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में भी राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के नेता और प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस मामले में बांग्लादेश की सरकार से कार्यवाही करने और केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि भारत में जिस तरह से अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं उसी तरह से बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यको की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। कुणाल घोष ने ट्वीट कर लिखा, “बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पर हमला और अशांति के गंभीर आरोप हैं। यह चिंताजनक है। आरोपों की जांच होने दीजिए। अगर घटनाएं सच होती हैं, तो बांग्लादेश सरकार कार्रवाई करे। भारत सरकार से तुरंत बात करें। हम बांग्लादेश के साथ-साथ भारत में भी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित करना चाहते हैं।”
जानकारी के मुताबिक इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई है हालांकि पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। एक आपातकालीन नोटिस जारी कर बांग्लादेश के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने कहा कि वह कुमिला में दुर्गा पंडाल में कुरान की उपस्थिति की खबर से सतर्क थे। हालांकि, मंत्रालय ने लोगों से इस घटना पर कानून अपने हाथ में नहीं लेने का आग्रह किया।
देश के टेलीकॉम मिनिस्टर मुस्तफा जब्बार ने कहा है कि पोस्ट और वीडियो को तुरंत हटाने के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, “हम फेसबुक के संपर्क में हैं और हमने 100 से अधिक फेसबुक लिंक को हटाने का अनुरोध किया है। हमें उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही ब्लॉक कर दिया जाएगा।” इस घटना को लेकर अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर ने आश्वासन दिया है कि घटना के दोषी चाहे किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हों उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।