- ग्राम प्रधान का चुनाव 11 वोट से हारे तो भाजपा विधायक के घर में घुसकर की तोडफोड़
- उपद्रवी भीड़ ने बोला जलेसर विधायक के घर पर हमला, जमकर की तोड़ फोड़।
- टैक्टर ट्राली में भरकर आई भीड़ का आरोप, चुनाव में विधायक ने कराई धांधली।
- लाकडाउन में उपद्रवी भीड़ के द्वारा हमला होना बताया जाता है एटा में लाकडाउन का कितना पालन हो रहा है।
- विधायक के सासनी मार्ग स्थित आवास पर हुआ हमला।
- कोरोना पॉजिटिव होने से एक सप्ताह से होम आइसोलेशन में चल रहे हैं विधायक संजीव दिवाकर।
ग्राम प्रधान पद का चुनाव हारने के बाद पुनर्मतगणना की मांग पूरी ना होने पर प्रत्याशी के समर्थकों ने जलेसर विधायक के घर में घुसकर पथराव कर दिया।
इस पथराव में घर के बाहर लगे गमला आदि टूट गए। अंदर रखे सामान की तोडफोड कर दी। कोरोना पॉजिटिव होने के कारण विधायक अभी घर में ही क्वारंटीन थे।
पथराव में विधायक बाल-बाल बच गए। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी से आरोपियों की पहचान कर रही है।
बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत बारा समसपुर के गांव बेल पीपरी से अनुसूचित जाति पद के लिए आरक्षित थी। जिस पर कुशवाह समाज के एक युवक ने वाल्मीकि समाज की महिला से प्रेम विवाह किया था उसे चुनाव मैदान में उतारा था।
रविवार को मतगणना के आए नतीजे में महिला प्रत्याशी 11 वोटों से चुनाव हार गई। देर रात जीती हुई प्रत्याशी को प्रमाणपत्र दें दिया। इससे पहले चुनार हारे लोगों ने फिर से मतगणना कराए जाने की मांग की।
जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो विधायक से बात हुई। विधायक की शिकायत पर जिलाधिकारी डा. विभा चहल जलेसर मतगणना स्थल पर पहुंच गई। इस पंचायत के बारे में पूरी जानकारी की। प्रत्याशियों को बताया गया कि गणना सही हुई है।
फिर से मतगणना कराने की जरुरत नहीं है। इसके बाद यह लोग सोमवार की सुबह ट्रेक्टर में सवार होकर विधायक संजीव दिवाकर के आवास पर पहुंच कर गए। यह लोग फिर से मतगणना की बात करने लगे।
विधायक ने ग्रामीणों को काफी समझाया। बताया कि प्रमाणपत्र मिलने के बाद पुन मतगणना नहीं हो सकती है। जिसके बाद महिलाएं, पुरूष आक्रोशित हो गए। विधायक पर हमलावर हो गए।
विधायक ने घर में भागकर अपनी जान बचाई। विधायक के भाग जाने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों में घर में तोड़-फोड़ की। गमला सहित अन्य सामान घर के बाहर फेंक दिया।
इसी दौरान विधायक के आवास के पास टैंट की दुकान करने वाले व्यवसाई गिर्राज कुशवाह पहुंचे। आरोप है कि हमलावरों ने व्यवसाई पर हमला कर दिया। बीस हजार रूपये ले जाने का आरोप है। मामले की जानकारी मिलते ही एसएचओ जलेसर केपी सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस के पहुंचने से पहले ही सभी लोग ट्रैक्टर लेकर भाग गए। मामले की जानकारी मिलते ही एसडीएम एसपी वर्मा भी पहुंच गए और मामले की जांच की।
एसपी सिंह वर्मा, एसडीएम जलेसर एटा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गई है। मामले की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। वहीं संजीव दिवाकर, विधायक जलेसर ने बताया कि मैं इस समय कोरोना पॉजिटिव हूं। परिवार सहित क्वारटींन हूं।
फिर से मतगणना कराए जाने की मांग कर रहे थे। अधिकारियों से फोन पर वार्ता हुई तो बताया कि मतगणना सही हुई है। फिर से मतगणना कराने की जरुरत नहीं है। यह बात सुन ही यह लोग भड़क गए और पथराव कर दिया।