
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में फिर से दुर्गा पूजा को लेकर राजनीति शुरू हो गई, लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के आयोजक ने पंडाल में मां दुर्गा के साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी प्रतिमा लगाने का फैसला किया है। जिसके बाद विवाद बहुत बढ़ गया है। भाजपा लगातार ममता पर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु ने ममता पर हमला करते हुए कहा कि जब कोई केवल आपको खुश करने के लिए आपको भगवान जैसा सम्मान दे और आपकी चुप्पी सहमति का इशारा करती है तो इसका मतलब है कि आपका अहंकार ऐसे स्तर तक पहुंच गया है, जहां विवेक इसकी जवाबदेही नहीं ठहरा सकता।
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, मेरा मानना है बंगाल की शान मां दुर्गा की किसी अन्य रूप में पूजा करना ठीक नहीं होगा। बंगाल के लोगों की भावनाओं को बार-बार आहत करते हुए खुद को धर्मनिरपेक्ष कहना उचित नहीं है। इससे पहले पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘‘बंगाल में चुनाव के बाद जघन्य हिंसा के बाद ममता बनर्जी को देवी दिखाना घृणा पैदा करने वाला है क्योंकि उनके हाथ निर्दोष बंगालियों के खून से सने हैं। यह देवी दुर्गा का अपमान है। यह सब ममता बनर्जी को रोकना चाहिए।
प्रसिद्ध मूर्तिकार मिंटू पाल अपने कुमारतुली स्टूडियो में फाइबरग्लास की मूर्ति बना रहे हैं, जिसमें ‘‘देवी’’ को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो की पसंदीदा सफेद रंग की साड़ी पहनायी गयी है और साथ ही उनकी पहचान फ्लिप-फ्लॉप चप्पल पहनायी गयी है। मूर्ति का चेहरा बनाते हुए विडियो मे यह देखा कि वह किस तरीके से चलती, बोलती और लोगों से बातचीत करती हैं।