
- केंद्र में प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे जिम्मेदार
- ऐसे में कैसे होगा नगर पंचायत का संपूर्ण विकास
- नगर पंचायत शंकरगढ़ के जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में फल फूल रहा है सरकारी धन चूसने वाले ठेकेदारों का कारोबार
प्रयागराज/शंकरगढ़. सरकार कितना भी चाहे कि सभी देशवासियों को जरूरत की सभी सुविधाएं मिले लेकिन सरकार की मंशा पर पानी फेरने के लिए कुछ गैर जिम्मेदाराना अधिकारी ठेकेदार नेता समाज में काम बख़ूबी कर रहे हैं जिस वजह से आम जनता को पेरशानीयों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
ऐसा ही वाकया तस्वीर नगर पंचायत शंकरगढ़ वार्ड नंबर 7 मोदीनगर की है जहां पर वर्तमान में घर-घर जलापूर्ति के नाम पर रातों-रात ठेकेदार दिलीप द्वारा जेसीबी मशीन से 500 मीटर लंबा नूमा खुदवा कर चालू किस्म के डक्ट पाइप डालकर काम करवाया जा रहा है।

सरकार की इस महत्वपूर्ण सरकारी कार्य का जब लोगों ने विरोध किया कि यह सब काम तो सरकार के मैनुअल के हिसाब से होता है खुदाई भी मजदूरों से होती है नगर का कोई जिम्मेदार अधिकारी की मौजूदगी में ऐसे कार्य करवाए जाते हैं तो इस पर धौंस दिखाते हुए ठेकेदार दिलीप ने अपने पद व ओहदे का हवाला देते हुए बोला कि मेरे बड़े बड़े नेताओं के साथ उठना बैठना है मैं जैसा चाहूंगा वैसा ही काम नगर में करवाऊंगा। ठेकेदार के इस काम की नगर में जबरदस्त विरोध हो रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि शंकरगढ़ टाउन एरिया की ढूंढा कॉलोनी भी ठेकेदार दिलीप नहीं बनवाया था। सरकार के द्वारा जनता के लिए भेजे गए विकास के पैसे को किस तरह बंदरबांट किया जाता है यहां डूडा कॉलोनी एक जीता जागता उदाहरण है।
ठेकेदारों के ऐसे कारनामों में कुछ स्थानीय गैर जिम्मेदार लोग भी शामिल हैं और अनैतिक कार्य करते हैं 500 मीटर की खुदाई का ठेका भी लाखों में है तो जाहिर है कि ठेकेदार कुछ रसूख वाले नेताओं का नाम आगे कर सरकारी धन गबन करने की फिराक में है और फिर से जनता के पैसे को बेवजह घटिया विकाश के काम में बहाया जा रहा है।

पूर्व सभासद मोदीनगर के रामबाबू जयसवाल ने अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत शंकरगढ़ से निवेदन किया है कि यज्ञ शाला की ओर जाने वाली इस सड़क पर दोनों और बस्ती है जल निगम से पाइप लाइन पहले से पड़ी है और जल निगम से पानी की आपूर्ति भी हो रही है ऐसे में जहां नगर पंचायत के जिस वार्ड में पानी नहीं पहुंच रहा है पहले वहां पाइपलाइन बिछाया जाए इससे जहां नगर वासियों को पानी की सुविधा मिल सके वहीं दूसरी ओर सरकारी धन का सदुपयोग भी हो।

यहां आनन-फानन में जेसीबी से पक्की सड़क के रास्ते को खोद डाला गया।लोग आ जा नहीं पा रहे हैं गाड़ी मोटर तो दूर पैदल चलना भी लोगों का दूभर हो गया है।बरसात का सीजन आने वाला है सड़क की इस खराब उबर खाबर स्थित का आखिर जिम्मेदार ठेकेदार या अधिकारी।
इस संबंध में जब एडीएम प्रशासन से बात की गई तो बताया कि घटिया काम नगर पंचायत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा केंद्र व प्रदेश सरकार की जलापूर्ति योजना पर सेंध लगाने वालों ठेकेदारों की खैर नहीं ऐसे ठेकेदारों खिलाफ सख्त कार्रवाई होना तय हैl