
नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को उनसे मिलने वाले पार्टी नेताओं को स्पष्ट कर दिया है कि वह उठाए गए मुद्दों से पीछे नहीं हटने वाले हैं और अपने इस्तीफे पर अडिग हैं। मंगलवार को पीपीसीसी प्रमुख के पद से इस्तीफे के बाद सिद्धू ने बुधवार तड़के तक अपने करीबी सहयोगियों से मुलाकात की। युवा कांग्रेस के कुछ नेता भी उनसे नाश्ते पर मिले। सिद्धू के साथ दो घंटे से अधिक समय बिताने वाले एक विधायक ने बताया कि सिद्धू अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे।
वहीं नवजोत सिद्धू का कहना है कि वह कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं लेकिन सिद्धांतों पर टिके रहेंगे।
उधर विधायक ने कहा, ‘उन्होंने हमें स्पष्ट रूप से कहा कि अगर कोई उनके साथ खड़ा होने को तैयार नहीं है, तो भी वह आगे बढ़ते रहेंगे और तब तक लड़ते रहेंगे जब तक कि उनका पंजाब का सपना पूरा नहीं हो जाता।’
एक अन्य नेता ने कहा, ‘सिद्धू फोन पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं। अगर पार्टी उन तक संदेश पहुंचाना चाहती है, तो जब तक वे पटियाला में उनसे मिलने नहीं जाते, वह उनसे संपर्क नहीं कर सकते।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी आलाकमान नहीं चाहता था कि सिद्धू चन्नी के नेतृत्व में सरकार बनाने की परदे के पीछे की बातचीत को सार्वजनिक करे।