यहाँ संक्रमितों के इलाज से पूरी तौर पर महकमे के अफसरान लापरवाह हैं। फैला है कूड़े का अंबार, दवा का कोई बन्दोबस्त नहीं, चिकित्सकों का दूर दूर तक आता पता नहीं, हॉस्पिटल में छाया है मातम।
यहाँ न तो चिकित्सक और न दवा, न तो बेड बचा, न ही पीने को पानी। यानी सबकुछ नदारद।
देखने परखने में साफ महसूस होता है अव्यवस्था की ही पूरी तरह की गई है व्यवस्था सोनभद्र जिले के अस्पताल में कोविड का।
कोरोना संक्रमित पाँच लोग अबतक समा गए हैं काल के गाल में। कोविड कई दूसरी लहर में पाँच सौ संक्रमित है तो पाँच के प्राण पखेरू उड़ चुके जिनमें दो महिला भी शामिल हैं।