
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू-कश्मीर में सोमवार को एशिया की सबसे लंबी निर्माणाधीन जोजिला टनल का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘यहां बड़े पैमाने पर पर्यटक आएंगे और यहां के युवाओं को रोज़गार मिलेगा. ये 6.5 किलोमीटर की टनल है और जोजिला 13.5 किलोमीटर की है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोनमर्ग में जेड-मोड़ सुरंग के निर्माण का जायजा लिया और कहा, पूरे हिमालयन वैली में हम लोग कम से कम 52 किलोमीटर टनल बना रहे हैं. इसपर कम से कम 1.5 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इससे कश्मीर का जीवन बदल जाएगा।
इस टनल के पूरा हो जाने से लोगों को यात्रा में काफी सुविधा मिलेगी. दरअसल, सर्दियों के मौसम में होने वाली भारी बर्फबारी के दौरान भी श्रीनगर-लेह-लद्दाख हाइवे बंद नहीं होगा और लद्दाख जाना आसान होगा।

गडकरी ने कहा कि किसी क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में सड़कों की कनेक्टिविटी का योगदान काफी अहम होता है. उन्होंने कहा, घाटी में बन रही सुरंगों और सड़कों के काम में पैसे की कमी आड़े नहीं आएगी. जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे का काम तीन साल में पूरा हो जाएगा. इससे दिल्ली से कश्मीर तक का सफर 8 घंटे में पूरा हो सकेगा.
नितिन गडकरी जल्द ही मानससरोवर जाने वाले हैं. पिथौरागढ़ से मानससरोवर जाने वाली सड़क का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है. गडकरी ने बताया कि अप्रैल 2022 तक इसका काम भी पूरा हो जाएगा.
जेड-मोड़ और जोज़ीला सुरंग पर CRPF गंदरबाल में कमांडेंट सत्यवीर वर्मा ने कहा, ‘इन सुरंग के बनने से पर्यटक अब 12 महीने लेह-लद्दाख जा सकेंगें… देश की सुरक्षा में भी यह महत्वपूर्ण है क्योंकि सुरंग बनने के बाद सुरक्षा बलों को कम समय में रसद और गोला-बारूद पहुंचाया जा सकता है।