
नई दिल्ली। दिल्ली कैंट इलाके में एक नाबालिग लड़की की मौत के मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जिसमें पुजारी भी शामिल है। लेकिन ये पुरा मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। माता पिता का आरोप है कि श्मशान घाट के पुजारी ने उनकी सहमति के बिना बच्ची का अंतिम संस्कार करा दिया। बच्ची के माता-पिता के साथ स्थानीय लोगो ने मंगलवार को घटनास्थल पर धरना दिया। इस प्रदर्शन में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार सुबह यहां पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।

कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि देश की राजधानी में ‘जंगलराज’ है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह अपनी जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं.
वहीं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता ने दिल्ली को पेरिस बनाने का वादा करके दिल्ली का बुरा हाल कर दिया.

दरअसल दिल्ली कैंट इलाके में एक 9 साल की बच्ची की अचानक मौत हो गई. उसकी मौत रहस्यमयी हालात में हुई थी, तो सवाल उठना लाजमी था. बच्ची के साथ रेप और रेप के बाद हत्या की आशंका जताई गई. ठीक उसी रात बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया गया. सूचना के बाद जब पुलिस वहां पहुचीं तब तक लाश पूरी तरह जल चुकी थी। लिहाजा पोस्टमार्टम की गुंजाइश ही नहीं बची थी. पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाया और शुरू में एक पुजारी के खिलाफ सबूत नष्ट करने, लापरवाही से मौत का मामला मानते हुए केस दर्ज कर लिया. तब तक पुलिस रेप और हत्या की बात मानने को तैयार नहीं थी। बाद में जब एससी/एसटी आयोग ने दखल दिया, तब पुलिस ने यूटर्न लेते हुए गैंगरेप, हत्या और पोक्सो एक्ट जैसी धाराएं जोड़ीं।
स्थानीय लोग पुलिस जांच के तौर-तरीके और उसके रवैए से गुस्सा हैं। अब देखना यह होगा कि निष्पक्ष जांच से क्या लोगो कि शिकायत को दूर करके उस बच्ची को इंसाफ दिला पाएगी पुलिस?