
नई दिल्ली। अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए सीरियल ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। मरने वालो में तालिबान के 28 लड़ाके भी शामिल हैं। वहीं अमेरिका का कहना है कि ISIS के हमले के बाद भी काबुल में और हमलों का खतरा मंडरा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए आतंकी हमले में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. हालांकि, अफगान और अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले में 73 लोगों की मौत हुई है. जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं.

बता दें कि गुरुवार शाम दो धमाकों और गोलीबारी से एयरपोर्ट का बाहरी हिस्सा सहम उठा. जिस वक्त यह धमाका हुआ सभी लोग काबुल एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने की इंतज़ार में थे, हमले कि जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है. हालांकि, अमेरिका ने ISIS को सीधी चेतावनी दी है कि न भूलेंगे, न माफ करेंगे, जहां भी जहां भी होंगे ढूंढकर सजा देंगे. इस फिदायिन हमले के बाद पूरी दुनिया में हलचल मच गई है. ब्रिटेन नेआपात बैठक बुलाई है, वहीं फ्रांस ने भी तय किया है कि वो अपने राजदूत को अफगानिस्तान से से वापस बुलाएगा. फ्रांस के राजदूत ने अपने नागरिकों को अलर्ट करते हुए संदेश जारी किया कि अगर नागरिक काबुल एयरपोर्ट के पास हों तो हट जाएं. हालांकि, सीरियल ब्लास्ट के बाद भी काबुल एयरपोर्ट पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है