मुंबई. मशहूर संगीतकार श्रवण राठौड़ (Shravan Rathod ) के निधन पर पूरी फिल्म इंडस्ट्री दुखी है. सिंगर उदित नारायण (Udit Narayan) भी बेहद दुखी हैं. उदित का मानना है कि कोरोना महामारी के बीच श्रवण को लाखों लोगों की भीड़ वाले कुंभ मेले में नहीं जाना चाहिए था. अपने अजीज दोस्त के निधन पर शोकाकुल उदित अफसोस मना रहे हैं. अगर श्रवण कुंभ मेले में नहीं गए होते तो आज हमारे बीच होते.
बॉलीवुड के मशहूर सिंगर उदित नारायण ने कहां कुंभ मेले में शामिल होने के दौरान श्रवण ने मुझे एक दिन अचानक वहां से फोन किया था और इस बात की जानकारी दी थी कि वे इस वक्त अपनी पत्नी के साथ कुंभ मेले में आए हुए हैं. उनकी ये बात सुनकर मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ था कि आखिर इतनी बड़ी महामारी के बीच वे वहां पर क्यों गये?
लेकिन उस वक्त मैंने श्रवण से लाखों की भीड़ के बीच कुंभ में नहीं जाने की बात को बड़े ही हल्के अंदाज में कहते हुए उन्हें अपना ख्याल रखने की सलाह दी थी. कुंभ में शामिल होने को लेकर मैंने उस वक्त श्रवण को ज्यादा कुछ इसीलिए नहीं कहा था क्योंकि मुझे लगा कि कहीं मेरी कोई बात उन्हें बुरी न लग जाए. बाद में पता चला कि उन्हें कुंभ जाने से उनके बेटों ने भी मना किया था.
90 के दशक के संगीतकार नदीम-श्रवण की जोड़ी किसी भी फिल्म को हिट करवाने का माद्दा रखने वाली जोड़ी थी. इस जोड़ी ने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी हैं. सुमधुर गानों की वजह से कई फिल्मी गाने आज भी संगीत प्रेमियों की पहली पसंद बनी हुई है. श्रवण के निधन पर बॉलीवुड की मशहूर हस्तियां लगातार दुख जताते हुए श्रद्धांजलि दे रहीं हैं. उदित नारायण ने मीडिया को बताया कि ‘मैंने उनके जैसा मिलनसार, विनम्र और हंसमुख इंसान नहीं देखा. मैं एक दोस्त और एक बड़े भाई के रूप में श्रवण को हमेशा मिस करूंगा.’