
नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के घूसने से पहले 1 हफ्ते से यहां अफरा-तफरी का माहौल है।तालिबान की इस हकीकत से तो सारी दुनिया वाकिफ है लेकिन काबुल एयरपोर्ट पर अफगानिस्तान के लोग जिस टॉर्चर से गुजर रहे हैं उसके लिए इतिहास तालिबान को कभी माफ नहीं करेगा। काबुल एयरपोर्ट पर चारों तरफ हताशा और मायूसी है। लोग भूखे प्यासे गर्मी में अपनी बारी का इंतजार कर रही है हालांकि लोगों का होसला अब टूटने लगा है शरीर में जवाब देना शुरू कर दिया है इसका नतीजा यह है कि काबिल एयरपोर्ट पर कब कॉल जमीन पर गिर पड़ेगा कुछ कहा नहीं जा सकता।
काबुल एयरपोर्ट के बाहर मची अफरा-तफरी में 20 लोग मर चुके हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि क्यों काबुल एयरपोर्ट के बाहर लोग बेहोश हो रहे हैं क्यों काबुल एयरपोर्ट के बाहर विदेशी सैनिक पानी डाल रही है सवाल यह है अफगान महिलाओं को एक विदेशी सैनिक में भी पानी क्यों पिलाया इन सवालों की वजह पानी है।
जिसकी कीमत यहां आसमान छू रही है काबुल एयरपोर्ट के बाहर पानी की 1 बोतल 40 डालर यानी करीब ङालर 3000 रुपये में बिक रही है वहीं 1 पलेट चावल का भाव 100 डालर तक चला गया है जो करता है बड़ी बात यह है कि चाय पानी की बोतल खरीदना हो या फिर खाने की प्लेट लेनी हो अफगानिस्तान की मुद्रा की जगह डॉलर में ही भुगतान लिया जा रहा है । खाना पानी की कीमत इतनी ज्यादा बढ़ने से लोग भूखे पेट धूप में खड़े होने को मजबूर हैं और बेहोश होकर गिर रहे हैं, लेकिन तालिबान लोगों की मदद करने की बजाय उनसे मारपीट कर रहा है । ना तो देशों के सैनिक अफगानिस्तान मे मददगार बनकर उभरे हैं, जो एयरपोर्ट के पास अस्थाई घर बनाकर रहने वाले लोगों को पानी की बोतल और खाना दे रहे हैं । इसके अलावा अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान के छोटे बच्चे को चिप्स के पैकेट बाटंते हुए नजर आए।