
नई दिल्ली। भारत माता के महान सपूत भगत सिंह का आज यानी 27 सितंबर को जन्मदिन है। साल के नौवें महीने का यह 27वां दिन इतिहास में भारत माता के सबसे लाडले पुत्र जो मात्र 23 वर्ष की छोटी सी उम्र में फांसी के फंदे पर झूल गए अमर शहीद भगत सिंह के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है।
भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 को लायलपुर जिले के बंगा में हुआ था। यह स्थान पर अब पाकिस्तान का हिस्सा है। हर भारतीय की तरह भगत सिंह का परिवार भी जैसे देश की आजादी का पैरोकार था। उनके चाचा अजीत सिंह और श्वान सिंह भी भारत आजादी के मतवाले थे और करतार सिंह सराभा के नेतृत्व में गदर पाटी के वरिष्ठ सदस्य थे। बाल्यकाल से ही अपने घर में क्रांतिकारियों की मौजूदगी से भगत सिंह पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा। इन दोनों का ही ये असर था कि वे बचपन से ही अंग्रेजों से घृणा करने लगे थे। वहीं फिर 14 वर्ष की उम्र में भगत सिंह ने अपनी सरकारी स्कूलों की पुस्तकें और कपड़े जला दिए थे। जिसके बाद भगत सिंह के पोस्टर गांवों-गाँवों में छपने लगे। इसके बाद 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह पर अमिट छाप छोड़ी। इसके बाद भगत सिंह ने लाहौर के नेशनल कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी और 1920 में महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन में शामिल हो गए। इस आंदोलन में गांधी जी विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार कर रहे थे।
न्यूज पोर्ट के सभी सदस्यों की तरफ से सरदार भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन।