
संविधान का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार आज लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं पत्रकारों पर लगातार दलाली के आरोप लगते हुए दिखाई दे रहे। आए दिन पत्रकारों के वीडियो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें लोगों को पत्रकारिता का रौब दिखाकर ठगी करते देखे जा रहे हैं।
ताजा मामला आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र का है जहां हाईवे पर फर्जी पत्रकार ट्रक चालकों को पत्रकारिता का रॉब दिखा वसूली कर रहे थे थाना सिकंदरा पुलिस को कई दिनों से इसकी सूचना मिल रही थी पुलिस ने अपना जाल बिछाया और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश सिंह और चौकी प्रभारी केशव शांडिल्य फर्जी पत्रकारों की पकड़ के लिए तैयारी शुरू कर दी सुबह तड़के एक स्कूटी सवार दो युवक पहुंचे और वसूली शुरू कर दी पुलिस ने दोनों युवकों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया आगरा में फर्जी पत्रकारों का गैंग सक्रिय है ऐसे में उम्मीद है कि पुलिस ऐसे लोगों पर जल्द से जल्द कार्यवाही करेगी देखना होगा कब तक ऐसे लोग पुलिस की गिरफ्त में होंगे जो पत्रकारिता के पेशे को बदनाम करने का काम कर रहे हैं।

फर्जी पत्रकारों को वसूली करना पड़ा महंगा, पुलिस ने दबोचे
ताज नगरी आगरा में शहर से लेकर देहात तक फर्जी पत्रकार घूमते हुए दिखाई देते हैं। फर्जी पत्रकार अपनी गाड़ियों पर बड़े बड़े अक्षरों में पत्रकार लेकर घूमते हैं। जिसको लेकर पुलिस को कई दिनों से शिकायत मिल रही थी आगरा दिल्ली हाईवे पर कुछ लोग अपने आप को पत्रकार बता कर ट्रकों से वसूली करते हैं।
वहीं थाना शाहगंज क्षेत्र के रहने वाले ठेकेदार से भी फर्जी पत्रकारों ने वसूली का प्रयास किया। चौकी प्रभारी रुनकता केशव शांडिल्य ने बताया है कि वकील नामक एक ठेकेदार ने थाना रनकता में तहरीर दी थी कि कुछ लोग अपने आप को पत्रकार बता कर उनसे वसूली का दबाव बना रहे हैं।
ये फर्जी पत्रकार आगरा मथुरा हाईवे पर वसूली भी करते हैं। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश सिंह के नेतृत्व में चौकी प्रभारी केशव शांडिल्य ने फर्जी पत्रकारों को मौके से पकड़ने के लिए अपना जाल बिछा दिया। बुधवार की सुबह लगभग 5:00 बजे स्कूटी सवार दो लोग ट्रकों से वसूली करते हुए आगरा मथुरा के बॉर्डर पर पुलिस ने पकड़ लिए।
फर्जी पत्रकारों ने पुलिस पर भी दबाव बनाने का प्रयास किया और अपने आप को पत्रकार बताया परंतु पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो सब कुछ सामने आ गया। पूछताछ में युवकों ने अपना नाम मनीष कुमार पुत्र किशन सिंह निवासी शाहगंज बताया है जो कि अपने आप को पत्रकार बता रहे थे।
वही उसका साथी दीपू उर्फ दीपक पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी रुनकता को गिरफ्तार किया गया है पुलिस ने आईपीसी की धारा 384 506 और 504 मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है । पुलिस ने बताया है कि वह कथित पत्रकारों के खिलाफ अभियान चलाएगी। देहात के थाना क्षेत्रों में ऐसे और भी फर्जी पत्रकार हैं उनके के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।