त्रिकटु चूर्ण,—–विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैनभोपाल /पुणे
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कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हर कोई अपनी इम्यूनिटी बूस्ट करना चाहता है। ऐसे में लोग तरह-तरह के हर्ब्स, घरेलू नुस्खे और चूर्ण की मदद ले रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे चूर्ण के बारे में बताएंगे, जो कि आपका इम्यूनिटी बूस्ट तो करेगा ही पर साथ ही उसे खा कर आप अपनी कई सारी परेशानियों से छुटकारा पा लेंगे। हम बात त्रिकटु चूर्ण की कर रहे हैं, जिसे ज्यादातर लोग बाजार से खरीद कर अलग-अलग कारणों से खा रहे हैं। पर क्या आपको पता है कि त्रिकटु चूर्ण घर में भी बन सकता है। जी हां, त्रिकटु को आप घर में बनाकर और स्टोर कर के लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं,
त्रिकटु चूर्ण कैसे बनता है 3 चीजों से बनाएं त्रिकटु त्रिकटु बनाने के लिए पहले तो आप जिन भी चीजों का इस्तेमाल करें, उसे अच्छी तरह से धूप में सूखा कर उसी नमी खत्म कर दें। त्रिकटु चूर्ण बनाने के लिए 3 चीजों की इस रेसिपी में आपको -20 ग्राम काली मिर्च लें 20 ग्राम पिपली लें ( पिपली लौंग को पीसकर बनाया जाता है -20 ग्राम सोंठ (अदरक का पाउडर लें)
अब इन तीनों चीजों को अच्छे से धूप में सूखा लें और फिर सबको पीस लें। पीसने के बाद फिर से धूप में कुछ दिनों तक सूखा लें और कांच के डब्बे में बंद करके रख लें।
6 चीजों से बनाएं त्रिकटु -पिपली -काली मिर्च-धनिया के बीज-जायफल -अजवाइन -सोंठ
इन सबको अच्छे से धूप में सूखा लें और फिर इसे पीस लें। अब दोबारा इन्हें धूप में सूखा लें और फिर कांच के डब्बे में बंद करके रख लें।
त्रिकटु के औषधीय गुण क्या हैं —-एंटी एलर्जीक है – एंटी बैक्टीरियल है – एंटी हिस्टमीन
-एंटी वायरल एंटी बायोटीक -एंटी इंफ्लेमेटरी-पाचन उत्तेजक -कफ कम करने वाला है
त्रिकटु चूर्ण के फायदे
1.इम्यूनिटी बूस्टर
त्रिकटु चूर्ण में जो जड़ी बूटियां होती हैं, जैसे कि पिपली, काली मिर्च और सोंठ आदि एंटीवायरल गुणों की भरमार है। इसका ये एंटीवायरल गुण शरीर को मौसमी इंफेक्शन से बचाय रखता है और इम्यूनिटी बूस्ट करता है। इसके अलावा इसमें अग्नि तत्व भी होता है, जो कि पेट को सही रखता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसलिए भोजन से एक घंटे पहले ½ से 1 चम्मच त्रिकटु चूरन लेने की सिफारिश की जाती है।
2.वजन बढ़ाने और घटाने में मददगार
वजन बढ़ाने के लिए
त्रिकटु भूख बढ़ाने के लिए बहुत कारगर तरीके से काम करता है। इसे खाने से मेटाबोलिज्म तेज होता है, जिससे कि लोगों को तेज भूख लगती है और उनका डाइट बढ़ जाता है। इस तरीके से आप अपना वजन आसानी से बढ़ा सकते हैं।
वजन घटाने के लिए
वजन घटाने के लिए त्रिकटु काढ़ा ( बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। त्रिकटु काली मिर्च, अजवाइन और सूखे अदरक के बराबर भागों से बना होता है। चूंकि इसमें गर्म तत्व होते हैं, यह आपके चयापचय को बेहतर बनाने के लिए अच्छी तरह से काम करता है। त्रिकटु काढ़ा बनाने के लिए 2 चम्मच त्रिकटु चूर्ण को एक गिलास पानी में मिलाएं और इसे रात भर भीगने दें। अगर आपके लिए त्रिकटु चूर्ण बहुत मसालेदार है तो इसमें शहद मिला सकते हैं । -इसे सुबह खाली पेट पिएं।
-ये पेट को साफ कर देगा और वजन घटाने में मदद करेगा।
3.थायराइड में
त्रिकटु चूर्ण और गिलोय का मिश्रण थायरायड में रामबाण इलाज माना जाता है। इन्हें बराबर मात्रा के मिश्रण कर सुबह-शाम आधा चम्मच लेना थायराइड के लक्षणों में कमी ला सकता है।
4.डायबिटीज में फायदेमंद
त्रिकटु चूर्ण डायबिटीज में भी फायदेमंद है। विशेष रूप से टाइप 2 डायबिटीज जो असंतुलित आहार के कारण होता है। त्रिफला , शदह और त्रिकटु के साथ मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने से ये कोलेस्ट्राल को कम करता है और पेट को सही रख कर ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा त्रिफला और त्रिकटु को गर्म पानी में मिलाकर दिन में दो बार सुबह खाली पेट और रात को सोते समय पिएं।
5.अस्थमा में फायदेमंद
अस्थमा और ब्रोंकाइटिस की परेशानी में त्रिकटु चूर्ण बहुत फायदेमंद है। यह म्यूकस तोड़ कर इसे बाहर निकालने में मदद करता है। यह उन विकारों के लिए भी अच्छा माना जाता है जो अत्यधिक म्यूकस, जैसे अस्थमा, सिर और गर्दन से जुड़ी सभी समस्याओं जैसे साइनसाइटिस, गले की समस्याओं, खांसी और सर्दी के कारण होते हैं।
सर्दी-जुकाम में
सर्दी-जुकाम होने पर आप त्रिकटु चूर्ण को शहद के साथ ले सकते हैं। ये कंजेशन को कम करेगा और आपको बेहतर महसूस करवाएगा।
हाई कोलेस्ट्रॉल में
भोजन से एक घंटे पहले त्रिकटु चूर्ण का 1 चम्मच लेने से ये रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में प्रभावी ढंग से काम करेगा।
आंत्र सिंड्रोम
पाचन को सामान्य करके मल, ऐंठन और दस्त में बलगम के साथ संयुक्त गैस के इलाज के लिए रोज बस 3 ग्राम त्रिकटु चूर्ण लें। इसे आप खाने से पहले 1-1ग्राम करके ले सकते हैं।
बदन दर्द में
त्रिकटु ठंडी जलवायु के कारण शरीर के दर्द से राहत दिलाने में सहायता करता है, क्योंकि यह शरीर को गर्म बनाता है और शरीर के दर्द को कम करता है। इसे गर्म पानी के साथ लें। ये आपको बदन दर्द और कमर के दर्द से आराम दिलवाएगा।
त्रिकटु के दुष्प्रभाव क्या हैं
त्रिकटू को आमतौर पर सही खुराक में लेना फायदेमंद है। पर इससे ज्यादा लेना नुकसानेदह हो सकता है और शरीर को निम्न नुकसान हो सकते हैं।
-पेट में जलन -शरीर में गर्मी ज्यादा महसूस होता है -पेट में गैस-जलन भरा स्वाद -गले में जलन -मुंह के छालें-पसीना आना -आंखों में लालिमा या जलन
इन सबके अलावा गर्भावस्था में महिलाओं को त्रिकटु लेने से बचना चाहिए क्योंकि इससे शरीर की गर्मी बढ़ सकती है, जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है। इसी तरह रक्तस्राव विकार वाले व्यक्ति को त्रिकटु लेने से बचना चाहिए। साथ ही कब्ज से पीड़ित लोगों या मल के साथ रक्तस्राव होने पर त्रिकटु के सेवन से बचना चाहिए। ऐसे ही उल्टी से पीड़ित लोगों को त्रिकटु नहीं लेना चाहिए। तो, इस तमाम चीजों को समझ कर और इसके स्वास्थ्य लाभों को जान कर ही त्रिकटु का सेवन करें।
विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन ,संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104 पेसिफिक ब्लू, नियर डी मार्ट, होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026 मोबाइल ९४२५००६७५३