
नई दिल्ली। कोरोना कि तीसरी लहर से पहले देश के अलग-अलग राज्यों में वायरल बुखार का संकट गहराता जा रहा है। आलम यह है कि अस्पताल के सभी वार्ड्स फुल हो गए हैं और तो और मरीजों को वार्ड में भर्ती होने के पहले पूरे-पूरे दिन स्ट्रेचर पर रहकर इंतजार करना पड़ रहा है। पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू का सर सुंदरलाल अस्पताल में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। इस बारे में बीएचयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक भी बेबस नजर आए और बताया कि सीमित संसाधन और बढ़े मरीजों के बावजूद वो बगैर इलाज के किसी मरीज को लौटा नहीं रहे हैं. भले ही उनको स्ट्रेचर पर रखकर ही इलाज करना पड़ रहा हो। आपको बता दें कि यूपी में वायरल बुखार से अब तक 90 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। राज्य के दर्जनभर से ज्यादा जिलों में इसका कहर टूटा है। सबसे ज्यादा संकट फिरोजाबाद में है, जहां 55 की मौत हो चुकी है और अभी भी वहां करीब 400 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. आसपास के जिलों में भी कुछ ऐसा ही हाल है। कासगंज और एटा में भी बड़ी संख्या में मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।