किसानों का आज दिल्ली चलो मार्च को लेकर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से किसान दिल्ली आ रहे हैं! इस आंदोलन को देखते हुए सरकार ने दिल्ली के चारों ओर बॉडर को सील कर दिया है और भारी संख्या में पुलिस-प्रशासन भी तैनात किए गए हैं!
कई तरह की मांगों को लेकर किसान एकजूट हो रहे हैं, इधर किसानों के सैलाब को नियंत्रण करने के लिए पुलिन आंसू गैस के गोले छोड़ रहें हैं लेकिन किसान रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं लगातार किसानों का भीड़ इकठ्ठा होते जा रहा है, किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुएं हैं वे चाहते हैं कि सरकार उनकी मांगे पूरी करे
ये-ये है किसानों की मांगें
किसानों की सबसे खास मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानून बनना है, किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने की मांग भी कर रहे हैं, कृषि ऋण माफ करने, लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय दिलाने, भारत को डब्ल्यूटीओ से बाहर निकाला जाए और कृषि वस्तुओं, दूध उत्पादों, फलों, सब्जियों और मांस पर आयात शुल्क कम करने के लिए भत्ता बढ़ाया जाए!
किसानों और 58 साल से आधिक आयु के कृषि मजदूरों के लिए पेंशन योजना लागू करके 10 हजार रूपए प्रति माह पेंशन दी जाए! प्रधानमंत्री बीमा योजना में सुधार के लिए सरकार की ओर से स्वयं बीमा प्रीमीयम का भुगतान करना, भूमी अधिग्रहण, अधिनियम, 2013 को उसी तरह से लागू किया जाना चाहिए और भूमी अधिग्रहण के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को दिए गए निर्देशों को रद्द किया जाना चाहिए! किटनासक, बीमा और उर्वरक अधिनियम में संशोधन करके कपास सहित सभी फसलों के बीजों की गुणवता में सुधार किया जाए!