
जैविभा विश्वविद्यालय में शीघ्र शुरू होंगे मेडिकल डिग्री कोर्स, राज्य सरकार ने जारी की एनओसी
प्राकृतिक चिकित्सा डॉक्टर हेतु शीघ्र ही साढ़े पांच वर्षीय बीएनवाईएस पाठ्यक्रम प्रारंभ
लाडनूँ क्षेत्र में हर्ष की लहर, लोगों ने दी बधाइयां
लाडनूं । (शरद जैन सुधांशु जगदीश यादव) क्षेत्रवासियों के लिए यह सुखद खबर है कि अब शीघ्र ही लाडनूं क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज शुरू होने जा रहा है, जिसके लिए राज्य सरकार ने अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी कर हरी झंडी दे दी है। अब शीघ्र ही जैविभा विश्वविद्यालय में नए सत्र से साढ़े पांच वर्षीय बीएनवाईएस कोर्स यानि बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड यौगिक साइंस का पाठ्यक्रम प्रारंभ होने जा रहा है। इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जा रही है। सरकार के आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा, एवं होम्योपैथी (आयुष) विभाग के शासन उपसचिव सावन कुमार चायल ने इस बारे में अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करते हुए अपने आदेश में बताया है कि राईजिंग राजस्थान समिट-2024 में विभाग के साथ हस्ताक्षरित एम.ओ.यू. की क्रियान्विति के लिए जैन विश्वभारती इंस्टीट्यूट लाडनूं को ‘नवीन योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय’ संचालन के लिए 60 सीटों की प्रवेश क्षमता का अनापत्ति प्रमाण-पत्र राज्य सरकार द्वारा जारी किया जाता है, जो आगामी तीन शैक्षणिक सत्रों की अवधि तक यह प्रभावी रहेगा। इसके लिए सम्बंधित नियामक संस्थाओं द्वारा निर्धारित सभी मानकों की पूर्ति किया जाना अनिवार्य होगा।

यहां ज्ञातव्य रहे कि आचार्य महाप्रज्ञ प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र का भवन यहां जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय में पूर्ण साज-सज्जा के साथ आवश्यक आधुनिकतम मशीनरी व उपकरणों सहित पूर्ण प्राकृतिक साहचर्य के साथ तैयार है। यहां वर्तमान में न्यूनतम दरों के साथ नेचुरोपैथी चिकित्सा केन्द्र की उपचार गतिविधियां विगत 2 वर्षों से पूर्ण दक्ष स्टाफ के माध्यम से सफलतापूर्वक संचालित हो रही हैं। वर्तमान में यहां छः माह का प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग सर्टिफिकेट कोर्स भी संचालित किया जा रहा है। अब राज्य सरकार द्वारा अनापत्ति प्राप्त होने पर नेचुरोपैथी का मेडिकल डिग्री कोर्स शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ को इस उपलब्धि हेतु इस क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों और समाज के प्रवासी उद्योगपति व समाजसेवी बंधुओं आदि की बधाइयां व शुभकामनाएं प्राप्त हो रही है, वहीं पूरे विश्वविद्यालय परिसर में खुशी का माहौल छा गया है।