अगस्त में न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट से सुर्खियों में आये न्यूज़ वेबसाइट, न्यूज़क्लिक के एडिटर-इन-चीफ़ प्रबीर पुरकायस्थ और ह्यूमन रिसोर्सेज़ के प्रमुख अमित चक्रवर्ती को मंगलवार को घंटों चली पूछताछ के बाद गिरफ़्तार किया गया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में न्यूज़क्लिक वेबसाइट पर आरोप लगाए गए थे कि चीन का प्रॉपेगैंडा फैलाने के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के क़रीबी और अमेरिकी करोड़पति ने उन्हें फंडिंग की है. जैसे ही ये खबर पूरे मीडिया में आग की तरह फैली, न्यूज़क्लिक वेबसाइट और उसके सभी पत्रकार दिल्ली पुलिस की जांच के दायरे में आ गए.
मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़क्लिक के पत्रकारों के घरों पर सुबह-सुबह छापेमारी की थी. इन पत्रकारों के फोन और लैपटॉप सीज़ कर लिए गए.
जैसे ही दिल्ली पुलिस ने न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़क्लिक के खिलाफ कार्यवाही की, यह खबर आग की तरह मीडिया में फैल गयी. विदेशी मीडिया में भी इस खबर की खूब चर्चा हो रही है. कई तो इसे मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चोट बता रहे है.
न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़क्लिक पर आरोप थे कि चीन का प्रॉपेगैंडा फैलाने के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के क़रीबी और अमेरिकी करोड़पति ने उन्हें फंडिंग की है. यह मामला पूरा जांच का विषय है. अगर इसमें सच्चाई है तो दिल्ली पुलिस की कार्यवाही की आलोचना बिल्कुल गलत है.
मीडिया को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, इसलिए उन्हें अपने विचार रखने का पूरा अधिकार है. अगर इसमें न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़क्लिक का कोई दोष नहीं है, तो जांच में सब आ जायेगा. लेकिन मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर, किसी महत्वपूर्ण कार्यवाही को रोका नहीं जा सकता है.