अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की केंद्रीय कार्यसमिति बैठक आज मंगलवार को दिल्ली में संपन्न हुई, इस बैठक में देशभर से कुल 77 प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस बैठक में विद्यार्थी परिषद द्वारा पिछले महीनों में किये गये विभिन्न क्रियाकलापों का वृत्त अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही ने केंद्रीय कार्यसमिति बैठक में रखा।
अभाविप की केंद्रीय कार्यसमिति बैठक प्रारम्भ होने से पहले अभाविप के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. पद्मनाभ आचार्य और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व. रंगा हरि जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
उल्लेखनीय हो कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन 07 दिसम्बर से 10 दिसम्बर के बीच दिल्ली के डी.डी.ए. मैदान बुराड़ी में आयोजित हो रहा है, 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन अभाविप के 75 वर्षों की यात्रा का सबसे भव्य तथा विविधतापूर्ण आयोजित होने वाला आयोजन है। देश के विभिन्न क्षेत्रों से विद्यार्थी राष्ट्रीय अधिवेशन में सहभागिता करने दिल्ली पहुँचना शुरू हो गए हैं, इस अधिवेशन के उद्घाटनकर्ता के रूप में 08 दिसम्बर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रहेंगे।
अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही ने कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थान ज्ञान का केंद्र बनें इसके लिए प्रयास करने होंगे, युवाओं को उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ना होगा। भारतीय मूल्य अत्यंत ही उदात्त हैं तथा उन्होंने पूरे विश्व के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है, इन मूल्यों पर आगे बढ़ते हुए भारतीय युवा बेहतर कार्य कर रहे हैं । परिषद का कार्य देश के सभी शिक्षण संस्थानों में बढ़ा है और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थी परिषद का कार्य युवाओं को प्रेरित कर रहा है।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि मंगलवार अभाविप के केंद्रीय कार्यसमिति बैठक में देशभर के अलग-अलग राज्यों में शिक्षा, युवाओं के विषयों में हुए अभाविप के आंदोलनों पर विस्तार से चर्चा हुई।
अभाविप ने तेलंगाना और राजस्थान में युवाओं तथा महिलाओं पर हुए अत्याचार के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था, हम समाज-देश से जुड़े विषयों पर लगातार परिवर्तनकारी काम कर रहे हैं।