
सांस्कृतिक संगठन कहलाने की निरंतर कोशिश की राजनीति करने वाले RSS ने जिस हिंदुत्व का भारतीय हिन्दू समाज में निरूपण किया है उसने बेरोजगारी के मारे युवाओं को अपराधियों में बदल दिया है। जहां भी वे संख्या में होते हैं सिर्फ़ हिंसा करने को तत्पर मिलते हैं। कांवड़ यात्रा हो, रामनवमी हो, मूर्ति विसर्जन हो या किसी भी नाम का धार्मिक आयोजन हो, अपनी समस्याओं के हल की तलाश में नितांत असफल यह समूह आत्महंता है।
हरिद्वार के बहादराबाद में गंगाजल के खंडित होने से उत्तेजित कांवड़ियों ने टेम्पो चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले धर्मेंद्र को पीट–पीटकर अधमरा कर दिया। बुरी तरह से घायल धर्मेंद्र को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है।
बंगाल की छोटी बड़ी हर घटना पर उबल पड़ने वाले नोएडा स्टूडियोज़ इस पर खामोश मिलेंगे!