विरागोदय तीर्थ धर्मधाम पथरिया जिला दमोह में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया! इस अवसर पर परम पूज्य गणाचार्य विरागसागर जी महामुनिराज के ससंघ सान्निध्य में एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह के तत्त्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय विद्वत संगोष्ठी में प्रस्तुत आलेखों का संग्रह करके ग्रन्थ प्रकाशित हुआ!
इन सबने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
इस संगोष्ठी का निदेशन डॉ. श्रेयांस कुमार जैन बड़ौत, अध्यक्ष अ. भा. दि. जैन शास्त्री परिषद् किया था! इस ग्रन्थ का सम्पादन एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह के जैन और प्राकृत अध्ययन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आशीष कुमार जैन, बम्हौरी ने किया! प्रस्तुत’ लिंग-सील-पाहुडद्वय संस्कृत टीका और चूर्णिसूत्र अनुशीलन’ ग्रन्थ 400 पृष्ठों में प्रकाशित हुआ है! जिसमें 65 शोध आलेख संग्रहीत है! संगोष्ठी संयोजक प्रतिष्ठाचार्य विनोद कुमार जैन रजवांस और सह-संयोजक डॉ. आशीष जैन दमोह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई!
संस्कृत टीका-चूर्णिसूत्र अनुशीलन कृति का विमोचन
ग्रन्थ का प्रकाशन दिगम्बर जैन विरागोदय तीर्थ पथरिया, दमोह की ओर से किया गया है! पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री वर्तमान में मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, राम पटेल प्रदेश उपाध्यक्ष युवा मोर्चा मध्यप्रदेश, कृष्णा पटेल, दमोह, प्रतिष्ठाचार्य पं. भागचन्द्र जैन धरियाबाद, डॉ. आशीष कुमार जैन, बम्हौरी, डॉ. अल्पना जैन, अशोक जैन मोदी ग्वालियर, प्रकाश सराफ, नरेन्द्र सराफ, ऋषभ सिंघई, अभय गुड्डे, जमना जैन, राजेश बांझल रामेश गोयल समेत कई महानुभवों की ओर से लिंग सील पाहुडद्वय संस्कृत टीका और चूर्णिसूत्र अनुशीलन कृति का विमोचन किया गया! जिसके बाद अशोक जैन, बम्हौरी, राजेश जैन रागी, डॉ. आशीष जैन, डॉ. महेन्द्र जैन समेत कई विद्वानों और समाज श्रेष्ठियों ने शुभकामनाएं प्रेषित की!