पुसेगांव। महाराष्ट्र के हिंगोली जिला से 20 किलोमीटर दूरी पर श्रमण मुनि विशेष सागर मुनिराज के पावन आशीर्वाद से नवनिर्मित सर्वज्ञ तीर्थ का निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। इस पर विराजित होने वाली महाराष्ट्र की सबसे बड़ी भगवान बाहुबली प्रतिमा की पंचकल्याणक प्राणप्रतिष्ठा भव्य रूप में होगी। इसमें लगभग सौ पिच्छीधारी जैन साधुओं के द्वारा मंत्रसंस्कार करने की संभावना है।
भरत जैन घुवारा ने यह जानकारी डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ को देते हुए बताया कि सर्वज्ञ तीर्थ में वात्सल्य शिरोमणि श्रमण मुनि विशेष सागर गुरुदेव ससंघ के सान्निध्य में रविवार को पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव की पहली मीटिंग संपन्न हुई, इसमें महोत्सव समिति का गठन तथा भव्य पंचकल्याणक एवं गजरथ महोत्सव की रूपरेखा बना ली गई है। पंचकल्याणक की पत्रिका का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर ऋषभदेव मांगीतुंगी के सात में से 5 ट्रस्टी व मांगीतुंगी के पीठाधीश रविंद्रकीर्ति स्वामी महाराष्ट्र की सबसे बड़ी भगवान बाहुबली प्रतिमा, इंजीनियर सी आर पाटिल पुणे, डॉक्टर जीवन प्रकाश जैन, संजय पापडीवाल औरंगाबाद, अनिल जैन दिल्ली व न्यायमूर्ति कैलाशचंद जी चांदीवाल आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित अर्थव जैन के मंगलाचरण से हुआ। परम पूज्य गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महामुनिराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्ज्वलन मुख्य अतिथियों ने किया।
बाहर से पधारे मुख्य अतिथियों का सम्मान चातुर्मास समिति की ओर से किया गया।
इस अवसर पर स्वस्ति श्री रविंद्रकीर्ति स्वामी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बाहुबली भगवान की प्रतिमा देखकर मनप्रसन्न हो गया। यहां विशेष सागर जी मुनिमहाराज विराजमान हैं, अनुभवी हैं। विगत 9 वर्षों से महाराष्ट्र में पद विहार कर समाज को जगाने का कार्य कर अनेकों मंदिरों का जीर्णाेद्धार, निर्माण व पंचकल्याणक करवा चुके हैं। हमें विश्वास है कि यहां का पंचकल्याणक विशेष एवं ऐतिहासिक होगा।
इस अवसर पर श्रमण मुनि श्री 108 विशेष सागर जी मुनिराज ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा जैन धर्म की सबसे बड़ी पूजा पंचकल्याणक है। जो व्यक्ति मन वचन काय से इस पूजा में सहयोग करता है, एक दिन उनका भी पंचकल्याणक मनाया जाता है। महाराष्ट्र वासी सौभाग्यशाली हैं कि महाराष्ट्र में बाहुबली भगवान की सबसे बड़ी प्रतिमा का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है जिसका भव्य एवं दिव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा व गजरथ महोत्सव सन् 2024 मई माह में परम पूज्य भारत गौरव, विशाल संघनायक, गणाचार्य विरागसागर जी महामुनिराज ससंघ के सान्निध्य में संपन्न होगा, आप सभी को सातिशय पुण्य कमाने का सुअवसर प्राप्त होगा। हमें आप सभी को सहयोग चाहिए।
पूज्य मुनि श्री के प्रवचन के पश्चात् पंचकल्याणक समिति का गठन किया गया। सर्वप्रथम परामर्शदाता जितेंद्र जी पापलकर कलेक्टर हिंगोली, राजेंद्र पाटनी वाशिम (विधायक), शिरोमणि संरक्षक मुकुंद सावजी जिंतूर, परम संरक्षक संतोष पेंढारी नागपुर, संरक्षक कैलाश मामा पुसेगांव, अध्यक्ष जितेंद्र जी छाबड़ा वाशिम, कार्याअध्यक्ष रवि कान्हेड पुसेगांव, उपाध्यक्ष धर्मचंद गंगवाल परभणी, सुदर्शन रालेकर कारंजा, प्रसन्ना आग्रेकर कारंजा, संगठन मंत्री सुदर्शन कान्हेड पुसेगांव, महामंत्री हितेंद्र गंधक कारंजा, कोषाध्यक्ष पंडित रविंद्र जैन अकोला, संजय वाळले पुसेगांव, व त्यागी व्रती समितीके अध्यक्ष तेज कुमार जी झांझरी औंढा नव गठित पदाधिकारियों ने पूज्य मुनि श्री के चरणों में श्रीफल अर्पित कर पंचकल्याणक सानंद संपन्न होने का आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन देशभर में ख्याति प्राप्त राष्ट्रीय कलाकार राजेंद्र जैन उमरगा ने किया। वही श्रेयांश गिरी चातुर्मास समिति के मीडिया प्रभारी भरत सेठ पत्रकार घुवारा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।