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दुख-दर्द और झटपटाहट से उपजती है कहानी :डा. सुधाकर आशावादी
संजय कुमार शर्मा की कहानी संग्रह कतरन से बने गुलाब का विमोचन हुआ

मेरठ l वसंत ऋतु के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, मेरठ ने केशव भवन में वसंतोत्सव का भव्य आयोजन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवियत्री और फैमिली काउंसलर सुमन चौधरी ‘सुमन’ ने अपने संबोधन में कहा कि आज की तनाव भरी जिंदगी में इस मौसम का महत्व और भी अधिक हो जाता है। हमें प्रकृति के हिसाब से बदलकर ही प्रसन्नता पाना सीखना होगा। इसके बाद वरिष्ठ कहानीकार संजय कुमार शर्मा की पुस्तक ‘कतरन से बने गुलाब’ का विमोचन हुआ।

प्रसिद्ध कहानीकार सुधाकर आशावादी ने पुस्तक समीक्षा करते हुए कहा कि वास्तव में कहानी दुख-दर्द और झटपटाहट से ही उपजती है l और कहानीकार संजय कुमार की कहानी लेखन की बारीकियों पर प्रकाश डाला। दिल्ली से पधारे नारायणी साहित्यिक एकादमी के अध्यक्ष प्रदीप मिश्र ‘अजनबी’ ने आधुनिक साहित्य पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि कौशल कुमार ने की और संचालन कवि अतिवीर जैन ‘पराग’ ने किया। इसके बाद काव्य गोष्ठी में कवियों ने वसंत ऋतु के रंग बिखेरे। कार्यक्रम में सुधीर अनुपम , यशपाल जी , कवियत्री मीनाक्षी शास्त्री, संजय जैन सत्यम, कोमल रस्तोगी,परवीन तोमर मनमोहन भल्ला, कविता मधुर, रामकुमारी ने काव्य पाठ किया।


कार्यक्रम में कल्पना त्रिपाठी ,आरएसपीएस बरोनिया, सतीश कुमार, तुलसी शर्मा ,अरविंद शर्मा राकेश कुमार, डॉ सुधा शर्मा ,नीलम मिश्रा ,हरीश जी, अलका गुप्ता ,रितु अग्रवाल, मुकेश नादान, निरुपमा ,सरोज दुबे आदि उपस्थित रहे l अंत में संस्था के महासचिव शीलवर्धन गुप्ता ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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