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सुर साहित्य परिषद् और श्री अरविंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में गीत ऋषि आदरणीय गोपालदास नीरज जी की जयंती के उपलक्ष्य में सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन

सुर साहित्य परिषद् और श्री अरविंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में गीत ऋषि आदरणीय गोपालदास नीरज जी की जयंती के उपलक्ष्य में सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन 25 जनवरी 2025 को किया गया |

आमंत्रित अतिथियों, मंच के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया |
श्रीमती अनुराधा पाण्डेय द्वारा मां शारदे की वन्दना द्वारा आयोजन का‌ शुभारंभ किया गया |तत्पश्चात वात्सल्य संस्था के बच्चों द्वारा एक‌ लघु नाटक का मंचन किया गया, जिसे लोगों ने खूब सराहा।
मंच का सम्मान फूलों की माला और शॉल भेंट करके संस्था के संस्थापक डॉ. संजय जैन एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा किया गया |


समान समारोह का संचालन सुर साहित्य परिषद् की महासचिव डॉ. उर्वी ऊदल द्वारा बहुत ही शानदार अंदाज में किया गया |
दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया गया जिसका संचालन सुर साहित्य परिषद् की उपाध्यक्ष सोनिया सोनम अक्स और सचिव नयन नीरज द्वारा बहुत ही मधुरम तरीके से किया गया, जिसे श्रोताओं ने खूब पसंद किया|
इस अवसर पर आदरणीय गोपालदास नीरज जी के सुपुत्र और सुप्रसिद्ध कवि श्री शशांक प्रभाकर ने मुख्य अतिथि के रुप में मंच की शोभा बढायी। संस्था की ओर से श्री शशांक प्रभाकर को साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया |


साथ ही सुप्रसिद्ध कवि , वरिष्ठ अधिवक्ता एवं समाज सेवी श्री मुकेश शर्मा, आकाशवाणी में कार्यकारी निदेशक डॉ. रामअवतार बैरवा, डॉ. जय सिंह आर्या, श्री मंज़र गोरखपुरी, ट्रू मीडिया के संस्थापक डॉ. ओम प्रकाश प्रजापति,
सुप्रसिद्ध कवयित्री सुश्री मीनाक्षी शर्मा, श्री अरविन्द महाविद्यालय से सेवानिवृत एसोसिएट प्रोफेसर श्री पूर्ण सिंह डबास, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीपा एवं श्री अरविंद महाविद्यालय के प्राचार्य श्री अरुण चौधरी और हिन्दी विभागाध्यक्षा श्रीमती मीनाक्षी गुप्ता जी को गोपालदास नीरज सम्मान से सम्मानित किया गया |
सुर साहित्य परिषद् की महासचिव उर्वी ऊदल को विद्या वाचस्पति की उपाधि दी गयी जो कि संस्था के लिये बहुत ही गौरव के क्षण थे |

अनेकों साहित्यिक संस्थाएं साहित्य के प्रति अनुराग रखती हैं और इस दिशा में अच्छा काम कर रही हैं। उन्हें सम्मान हेतु सुर साहित्य परिषद् के द्वारा सुर साहित्य रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया I इस बार सुर साहित्य परिषद् की तरफ से 20 साहित्यिक संस्थाओं को सम्मानित किया गया I शाश्वत साहित्य सरिता, देवशील मेमोरियल, ट्रू मीडिया, द सोल टॉक, परम्परा, वात्सल्य, राब्ता फाउंडेशन, माँ हंसवाहिनी साहित्यिक मंच, शाश्वत प्रेम, कुंवर बेचैन फाउंडेशन, अक्षर भारती साहित्य संस्थान, अनन्या फाउंडेशन, बहु उद्देशीय हिन्दी संस्थान, साहित्य नव सृजन, पथगामिनी, मन की उड़ान, कला मनस्वी मंच, गीतांजलि काव्य प्रसार मंच और अनहद सार फाउंडेशन आदि संस्थाओं को‌ सम्मान हेतु आमंत्रित किया गया|


इसके अतिरिक्त संस्था ने इस बार नवांकुर कवि /कवयित्रियों को भी सुर साहित्य साधक सम्मान से सम्मानित किया I जिनके नाम इस तरह हैं, ईशा भारद्वाज, ज्ञानेन्द्र प्रयागी, ललित मोहन जोशी, मोनिका शर्मा, हिमांशु शुक्ल, शीतल, अंकुश पांडे, इंद्र जीत सिंह इंद्र, निदेश प्रजापति, अमित गौतम, माही मुंतज़िर, मानवी, रानी, सचिन परवाना, अजय किशोर, अजीत अनुराग, अरुण कुमार अरुण, कुलदीप सिंह रूहेला और मोहिनी राय I
श्री मनोज डागर और डॉ. नवीन जोशी नवल जी
को सुर साहित्य सारथी सम्मान से भी सम्मानित किया गया |
कार्यक्रम के अन्त में सुर साहित्य परिषद् की उपाध्यक्षा सोनिया सोनम अक्स द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया |

 

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