बड़ौत में चातुर्मास हेतु संसघ विराजमान परम पूज्य आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज द्वारा विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय जैन के नेतृत्व में 30 अक्टूबर को संगठन की कार्यकारिणी और विभिन्न क्षेत्रों से आए सैंकड़ों सदस्यों द्वारा जैन तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ जन आंदोलन के लिए मार्गदर्शन और आशीर्वाद के निवेदन पर धर्म सभा में पूज्य आचार्य श्री ने मंगल आशीर्वाद देते हुए अपने प्रवचनों में कहा कि अहिंसा धर्म का पूर्णत: पालन करते हुए भाषा पर संयम के साथ अपनी मांगों को रखते हुए तीर्थ संरक्षण की मांगों को रखना है।
विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बड़ौत में कहा कि
22वे जैन तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान की मोक्षस्थल गिरनार की पांचवी टोंक पर अवैध अतिक्रमण, निर्माण और जैनों के साथ दुर्व्यवहार लोकतंत्र में अन्याय की पराकाष्ठा है, कलिंग जैन राजा खारवेल की 2200 वर्ष प्राचीन जैन गुफाओं में पुरातत्व विभाग की मिलीभगत से अतिक्रमण स्वीकार नहीं हैं। शिखर जी में पर्यटन को बढ़ाकर तीर्थ को अपवित्र करने वाले रोपवे की एक कील भी गाड़ने नहीं देंगे।
श्री संजय जैन ने बड़ौत सहित समस्त जैन समाज का आह्वाहन करते हुए कहा कि गिरनार सहित सभी तीर्थों के संरक्षण हेतु कोर्ट के आदेशों और पुरातात्विक नियमों का पालन कराने और दोषी अफसरों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग हेतु रविवार, 17 दिसंबर 2023 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान सहित सम्पूर्ण देश में आयोजित होने वाले देशव्यापी जैन “तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ आंदोलन” में सहयोग करें।
चातुर्मास समिति द्वारा श्री संजय जैन, संगठन के पदाधिकारियों और गुलाब वाटिका जैन मंदिर जी के प्रधान गोल्डी जैन के सौजन्य से बस लेकर आए संयोजक रजत जैन से चित्र अनावरण व दीप प्रज्वलन करवाकर सभी का स्वागत किया।
आचार्य श्री आशीर्वाद हेतु दिल्ली से संगठन के प्रचार मंत्री प्रदीप जैन, सम्मानित सदस्य वीरेंद्र जैन, अमित जैन, बड़ौत से सौरभ जैन और दिल्ली, गुलाब वाटिका, मेरठ, सरधना व अन्य स्थानो से संगठन के सदस्य आएं।