7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकियों ने इजराइल में हमला किया था, उन्होंने न केवल इजरायली नागरिको की निर्मम हत्या को अंजाम दिया, बल्कि इजराइल नागरिको के साथ साथ गाजापट्टी के पास चल रहे म्यूजिक फेस्टिवल में से अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा आदि विदेशी नागरिको को भी अपने साथ बंधक बनाकर ले गए.
हमास और इजराइल के बीच युद्ध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है, दोनों के बीच खूनी जंग बढ़ती ही जा रही है. इजराइल अपने दुश्मन हमास के आतंकियों को चुन चुन कर मार रहा है. हमास भी युद्ध से पीछे हटने का नाम ही नही ले रहा है. इसमें हमास के आम नागरिको को जानमाल की बड़ी हानि हो रही है.
हमास ने बताया उसने 250 लोगो को बंधक बना रखा है, उसमे इजरायली नागरिको के साथ साथ अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के नागरिक भी हैं. बंधक बनाये गए नागरिको के देश अपने नागरिको को रिहा कराने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं.
हमास ने हाल में ही दो अमेरीकी नागरिको को रिहा किया है अमेरिकी नागरिको की रिहाई के पीछे कतर का हाथ सामने आ रहा है. कतर एक मुस्लिम देश है, उसने पूरी दुनिया में अपनी अलग ही पहचान बनाई है, कतर को विदेशी सबंधो को मजबूत करने के लिए सब जानने लगे है. कतर ही नागालैंड से भी छोटा देश है, जिसने हमास से अमेरिका के दो नागरिको को रिहा कराने में मदद की.
अब ब्रिटेन और कनाडा ने भी हमास में बंधक अपने नागरिको को रिहा करवाने के लिए कतर से मदद की गुहार लगाई है.
आखिर कतर इतनी मजबूत स्थिति में निकल कर कैसे सामने आया है. क्यूँ हमास उसकी बात को इतना महत्व दे रहा है. असल में हमास का कतर के साथ अच्छे संबध हैं, हमास ने कतर में अपना राजनीतिक ऑफिस भी खोल रखा है. यह भी पता चला है कि हमास का चीफ इस्माइल हानिया कतर की राजधानी दोहा में ही रह रहा है. जिसके कारण ही अमेरिका समेत कई देश अपने नागरिकों को छुड़वाने के लिए कतर के पास पहुंचे हैं.
अमेरिका के नागरिको को रिहा करने में कतर ने मदद की, जिसने ब्रिटेन और कनाडा की सरकार में भी अपने नागरिको को हमास से रिहा करवाने की उम्मीद जगाई है, इसलिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक जब इजराइल गए थे तो उन्होंने कतर के शेख तमीम बिन हामिद अल थानी से मुलाकात की थी और अपने देश के नागरिकों को रिहा करवाने की अपील की थी.