
Jagannath Rath Yatra 2025 : 27 जून 2025 यानी आज जब पुरी की सड़कों पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विशाल रथ निकले, तब लाखों लोग उनकी एक झलक पाने को उमड़ गए. इस दिन सिर्फ दर्शन करना ही नहीं, बल्कि रथ की रस्सी को छूना भी बेहद खास माना जाता है. ऐसा क्यों है? क्या इस रस्सी में कोई चमत्कारी शक्ति होती है या यह सिर्फ आस्था से जुड़ी बात है?
रथ यात्रा: सिर्फ एक चल समारोह नहीं
पुरी, ओडिशा में हर साल आयोजित होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा कोई साधारण धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए यह एक भावनात्मक जुड़ाव है. भगवान जगन्नाथ को उनके मुख्य मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाता है. यह यात्रा करीब 10 दिन तक चलती है. ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान भगवान स्वयं अपने भक्तों से मिलने निकलते हैं.