जैन मुनि अजितचंद्र सागर बनाएंगे नया विश्व रिकॉर्ड, योग और साधना की शक्ति देखेगी दुनिया
जैन धर्म के संत डॉ. अजीतचंद्र सागर महाराज एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहे हैं। 1 मई को वे वर्ली में इसके लिए एक कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिसमें वे पूरे विश्व में अपनी स्मरण शक्ति का लोहा मनवाने की तैयारी में हैं।
1 मई को मुंबई के वर्ली एनएससीआई में हजारों लोगों की उपस्थिति में एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। यह विश्व रिकॉर्ड इंसान के दिमाग की असीम क्षमताओं को दिखाने के लिए होगा। यह रिकॉर्ड जैन धर्म के मुनि संत डॉ. अजीतचंद्र सागर महाराज द्वारा बनाया जाएगा। वे 1000 अवधान यानि 1000 लोगों की बातें सुनकर उसे याद करके उसी क्रम में उन बातों को दोहराएंगे, वह भी पूरी जनता के सामने। यह किसी आम इंसान के लिए आसान नहीं है। इसके लिए उन्होंने कई सालों की साधना की है। इस कार्यक्रम में न्यूरोलॉजिस्ट, डॉक्टर, वैज्ञानिक और कई लोग मौजूद रहेंगे।
इससे पहले डॉ. अजितचंद्र सागर महाराज शतावधान (100 चीजें याद रखना), महाशतावधान (200 चीजें याद करना), और 500 अवधान (500 चीजें याद करना) का कौशल प्रदर्शित कर चुके हैं। अब वे सहस्त्रावधान का रिकॉर्ड कायम करेंगे। इस दौरान उनके सामने कई चुनौतियां होंगी। गणित और विज्ञान के मुश्किल सवाल-जवाब, उद्धरणों और कविताओं सहित विभिन्न प्रकार के प्रश्न शामिल होंगे। इनका डॉ. अजीतचंद्र सागर महाराज उत्तर देंगे।
इसके अलावा उनके आसपास 15 प्रक्रियाएं एक साथ घटित होंगी। इन प्रक्रियाओं में घंटी बजाने, पहेलियाँ प्रस्तुत करने, चित्र प्रदर्शित करने और कटोरे के बीच माला के मणको को स्थानांतरित करने से लेकर गणित के प्रश्न प्रस्तुत करना शामिल होगा। मुनिश्री असाधारण फोकस और संज्ञानात्मक कौशल का प्रदर्शन कर इन सभी गतिविधियों का एक साथ कुशलतापूर्वक प्रबंधन करेंगे।