प्राचीन ऐतिहासिक झंडेवाला देवी मंदिर में धूमधाम से मनाया जाएगा वासंतिक नवरात्र
प्राचीन ऐतिहासिक झंडेवाला देवी मंदिर में वासंतिक नवरात्र पर्व कल 09 अप्रैल से आरंभ हो कर 17 अप्रैल तक बडी धूम-धाम से मनाया जायेगा । इस अवसर के लिये सभी तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं । किसी प्रकार का प्रसाद अथवा अन्य भेंट चढाने की व्यवस्था नहीं है।
मंदिर में प्रत्येक प्रवेश द्वार पर चरण पादुका स्टैंड बनेंगे जहाँ भक्त अपने जूते चप्पल रख सकेंगे। आने वाले भक्तों के वाहन खड़े करने के लिये रानी झांसी मार्ग, फ्लैटिड फैक्ट्री परिसर में निःशुल्क पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुऐ 235 सी सी टी वी कैमरे लगाये गये हैं जिन की निगरानी पुलिस के सहयोग से विशेष रूप से बने एक कंट्रोल रूम से की जायेगी ताकि असामाजिक तत्वों पर ध्यान रखा जा सके।
नव संवत के स्वागत हेतु प्रथम नवरात्र के सूर्योदय पर अर्ध देकर और सुंदर भजनों द्वारा मां शक्ति का आह्वान करने की विशेष व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रत्येक हिन्दु के घर पर भगवा पताका लगे ईसके लिए पन्द्रह हजार पताकाओं का वितरण भी किया जाएगा।
भक्तों के आग्रह पर अखण्ड ज्योत और खेत्री पूजन की विधि और उसकी सामग्री की भी व्यवस्था की गई है ताकि भक्तगण सही विधि के साथ अपने घरो में पूजन कर सके।
नवरात्र के समय हर वर्ष अलग-अलग स्थानों से भक्त मां की ज्योत लेने आते हैं उनकी हर प्रकार की सुविधा का प्रबंध मंदिर की ओर से किया जाता है।
6 अप्रैल से अनेक स्थानों से ज्योत ले जाने वाले हजारों भक्त आ चुके हैं जिनकी हर प्रकार की व्यवस्था मंदिर द्वारा की जाती है।
वहीं दिल्ली के सुप्रसिद्ध मंदिर कालका जी में भी वासंतिक नवरात्र जोर शोर से मनाया जाएगा महंत श्री सुरेन्द्र नाथ अवधूत ने बताया कि प्रत्येक दिन मां कालका का विशेष श्रृंगार किया जाएगा तथा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।
इसके अलावा ब्रह्मलीन सदगुरु श्री राजमाता जी महाराज द्वारा स्थापित गोरख पार्क शाहदरा स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित होने वाले 120 वा नवरात्र महोत्सव की तैयारी पूर्ण हो गई है।
महंत श्री राजेश्वरानंद ने बताया कि सुंदरता,सफाई,संगीत भजन कीर्तन,भंडारा प्रसाद हेतु अलग अलग सेवादल नियुक्त किए गए हैं।मंदिर परिसर के साथ आस पास के क्षेत्र को झंडे,तोरण द्वार, कृत्रिम फूलो, रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।
नव संवत्सर के शुभागमन के साथ प्रथम नवरात्र के अवसर पर संस्थान के महापुरुषों द्वारा चंडी यज्ञ में आहुतियां अर्पित करते हुए शुभारंभ किया जायेगा।