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चैत्र नवरात्रों के मौके पर रामलीला मैदान में भगवान श्रीराम व उनसे जुड़े देवी-देवताओं, ऋषि मुनियों के जन्म से पूर्व की लीला का मंचन शुरू हुआ। लीला का आयोजन श्रीराम हनुमान वाटिका मंदिर, आसफ अली रोड ने किया है।
मंदिर के महंत श्रीरामकृष्णदास महात्यागी महाराज मचान वाले बाबा व पूर्व पार्षद अशोक जैन ने लीला शुरू होेने से पहले गणेश पूजन किया।
महंत श्रीरामकृष्णदास महात्यागी महाराज ने बताया कि वृंदावन के कलाकारों ने पहले दिन महर्षि बाल्मीकि के पूर्व आचरण का प्रदर्शन एवं सत्संग से जीवन में बदलाव एवं उत्कर्ष का मंचन किया। लीला में दिखाया गया कि महर्षि बाल्मीकि ने भगवान राम को कर्म का उपदेश देकर समस्त मानवता के लिए मानव धर्म का पथ दिखलाने का कार्य किया। वहीं महर्षि बाल्मीकि ने भगवान राम को बताया कि हमें कैसे रहना चाहिए और किस तरह परिवार, समाज एवं देश का निवर्हन होना चाहिए। लीला के दौरान यह भी दर्शाया गया कि महर्षि तुलसीदास पूर्व जन्म में महर्षि बाल्मीकि थे। महर्षि तुलसीदास ने महर्षि बाल्मीकि के बताए मार्ग को अपना कर उसे जन-जन तक पहुंचाया।
यह लीला 9 अप्रैल को शुरू होगी और 18 अप्रैल तक लीला का मंचन किया जाएगा।
इससे पूर्व इस सिलसिले में रामलीला मैदान में भूमि पूजन किया गया।
इस मौके पर श्री राम हनुमान वाटिका मंदिर के महंत श्रीरामकृष्ण दास महात्यागी (मचाने वाले बाबा), पूर्व पार्षद अशोक जैन, महंत नवलकिशोर दास, महंत जगदेव दास, स्वामी हरिदास, बाबा महाकाल आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस मौके पर महंत श्री रामकृष्णदास महात्यागी ने बताया कि लीला के दौरान भगवान श्री राम के जन्म से पहले के तथ्यों का मंचन किया जाएगा। इस दौरान बताया जाएगा कि भगवान राम का जन्म क्यों हुआ। इसी तरह दशरथ के यहां भगवान का राम जन्म होने के कारण भी बताए जाएंगे, वहीं रावण का जन्म होने और दशरथ का जन्म होने के बारे में भी मंचन किया जाएगा। इसके अलावा भगवान राम और हनुमान के बीच नजदीकी होने के कारणों का भी मंचन किया जाएगा। इसी तरह हनुमान जी के जन्म की लीला दिखाई जाएगी। मंचन के दौरान दिखाया जाएगा कि देवी देवता अपने भक्तों पर किस तरह मेहरबान रहते हैं और उनके ऊपर कष्ट आने के समय वह उनकी कैसे मदद करते है। नवरात्रों के दौरान मंदिर में रोजाना श्री रामायण का पाठ भी होगा यह पाठ सैकड़ों साधु एक साथ बैठकर रोजाना करेंगे।