
अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर हनुमान मंदिर कनॉट प्लेस में विशेष आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर दीपोत्सव मनाया जाएगा।
हनुमान मंदिर के महंत पंडित सुरेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर मंदिर जी के प्रांगण में 11000 दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाया जाएगा तथा भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।
महंत सुरेश शर्मा ने कहा कि अमानवीय राक्षसी प्रवृति के लोग कहते थे कि राम मंदिर बनेगा तो खून की नदियां बह जाएंगी लेकिन आज एक वर्ष हो गया लेकिन एक मच्छर भी नहीं मरा. अब देश में राम राज्य लौट रहा है.” उन्होंने कहा कि इस प्रकार हम सब अपने घरों में शाम को दीपावली की तरह दीपकों से घर को सजाएं। अच्छे पकवान बनाएं। पूरे रात दीपक की लौ जलती रहे। अब तम मिटेगा क्योंकि भगवान राम का आशीर्वाद हम सबको प्राप्त होगा। राम ब्रम्हांडनायक हैं। राम भगवान विष्णु के अवतार हैं। घर पर रहते हुए हम मन से अयोध्या में रहें। मानसिक पूजा का बहुत महत्व है। मन ही मन अवध धाम हो लें। सरजू जैसी पावन तथा समस्त पापों को समाप्त करने वाली नदी के जल से स्नान करना व उसके जल से पूरे घर को सिंचित करें। मन से अवध में रहें।
इस अवसर पर पूजा का विशेष महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रातःकाल उठकर ब्रम्हमुहूर्त में श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। अपने मंदिर में घी के दीपक जलाएं। भगवान को गंगाजल से स्नान कराकर नए वस्त्र व आभूषण पहनाएं।
सुगन्धित धूप जलाएं। भगवान को भोग लगाएं। इस दिन घर पर अखंड श्री रामचरितमानस का पाठ करें। परिवार के सदस्य क्रमशः मानस पाठ करते रहें।
इस दिन हनुमान जी की उपासना का विशेष महत्व है। यदि पूरा श्री रामचरितमानस पढ़ना सम्भव न हो तो सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें। हनुमानचालीसा का 100 पाठ बहुत ही पुण्यदायी है। बजरंगबाण व हनुमानबाहुक का पाठ भी कर सकते हैं।
घर के सभी सदस्य मिलकर भगवान के नाम का संकीर्तन करें। भजन करें। भगवान राम के नाम का जप बहुत ही पुण्यदायी व कई जन्मों के पापों को दूर करता है। घर पर ही अवध जैसा माहौल बनाएं। सब प्रेम से रहें। सभी सदस्य मिलकर राम कथा सुनें। भगवान के कथा के विभिन्न प्रसंगों का आनंद लें। पूरे घर को फूल मालाओं से सुसज्जित करें। घर घर का वातावरण भक्तिमय हो।
राम मंदिर प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर हनुमान मंदिर कनॉट प्लेस में मनाया जाएगा दीपोत्सव
अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर हनुमान मंदिर कनॉट प्लेस में विशेष आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर दीपोत्सव मनाया जाएगा।
हनुमान मंदिर के महंत पंडित सुरेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर मंदिर जी के प्रांगण में 11000 दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाया जाएगा तथा भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।
महंत सुरेश शर्मा ने कहा कि अमानवीय राक्षसी प्रवृति के लोग कहते थे कि राम मंदिर बनेगा तो खून की नदियां बह जाएंगी लेकिन आज एक वर्ष हो गया लेकिन एक मच्छर भी नहीं मरा. अब देश में राम राज्य लौट रहा है.” उन्होंने कहा कि इस प्रकार हम सब अपने घरों में शाम को दीपावली की तरह दीपकों से घर को सजाएं। अच्छे पकवान बनाएं। पूरे रात दीपक की लौ जलती रहे। अब तम मिटेगा क्योंकि भगवान राम का आशीर्वाद हम सबको प्राप्त होगा। राम ब्रम्हांडनायक हैं। राम भगवान विष्णु के अवतार हैं। घर पर रहते हुए हम मन से अयोध्या में रहें। मानसिक पूजा का बहुत महत्व है। मन ही मन अवध धाम हो लें। सरजू जैसी पावन तथा समस्त पापों को समाप्त करने वाली नदी के जल से स्नान करना व उसके जल से पूरे घर को सिंचित करें। मन से अवध में रहें।
इस अवसर पर पूजा का विशेष महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रातःकाल उठकर ब्रम्हमुहूर्त में श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। अपने मंदिर में घी के दीपक जलाएं। भगवान को गंगाजल से स्नान कराकर नए वस्त्र व आभूषण पहनाएं।
सुगन्धित धूप जलाएं। भगवान को भोग लगाएं। इस दिन घर पर अखंड श्री रामचरितमानस का पाठ करें। परिवार के सदस्य क्रमशः मानस पाठ करते रहें।
इस दिन हनुमान जी की उपासना का विशेष महत्व है। यदि पूरा श्री रामचरितमानस पढ़ना सम्भव न हो तो सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें। हनुमानचालीसा का 100 पाठ बहुत ही पुण्यदायी है। बजरंगबाण व हनुमानबाहुक का पाठ भी कर सकते हैं।
घर के सभी सदस्य मिलकर भगवान के नाम का संकीर्तन करें। भजन करें। भगवान राम के नाम का जप बहुत ही पुण्यदायी व कई जन्मों के पापों को दूर करता है। घर पर ही अवध जैसा माहौल बनाएं। सब प्रेम से रहें। सभी सदस्य मिलकर राम कथा सुनें। भगवान के कथा के विभिन्न प्रसंगों का आनंद लें। पूरे घर को फूल मालाओं से सुसज्जित करें। घर घर का वातावरण भक्तिमय हो।