हरप्रीत नाम के शख्स ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से अपने ही पिता, माता और भाई को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. आरोपी घर अपने नाम कराने की जिद कर रहा था, जिसके चलते उनका पारिवारिक विवाद चल रहा था. यह घटना जालंधर के लंबरा थाना क्षेत्र की है.
जालंधर (देहात) के डीसीपी बलबीर सिंह ने कहा, ‘हमें संदेह है कि यह संपति से जुड़ा पारिवारिक विवाद था. उन्होंने बताया की हत्या में शामिल हथियार जब्त कर लिया गया है. मामले की जांच चल रही है.

डीसीपी बलबीर सिंह ने बताया कि आरोपी ने अपने पिता के गले में गोली मारी, जैसे ही उसकी मां और भाई बचाने के लिए बीच में आये तो हत्यारे ने उन्हें भी नहीं छोड़ा. उसने अपनी मां और भाई को भो गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
हत्यारे ने जिस हथियार से अपने माता – पिता और भाई की हत्या की, वो उसके ही पिता की लाइसेंसी राइफल थी.
पुलिस अधिकारी के मुताबिक हरप्रीत अपने परिवार पर कोठी अपने नाम कराने के लिए दवाब बना रहा था, यह मामला थाने तक भी पहुंचा था, जंहा उनका समझौता भी हो चूका था.
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार आरोपी के पिता एक प्राइवेट सिक्यूरिटी गार्ड थे, उनको टावर इन्क्लेव में शिफ्ट हुए दो साल ही हुए थे, जहां उन्होंने एक प्लाट में घर बनाया था. आरोपी का बड़ा भाई गगनदीप सिंह जिसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. उसको भी आरोपी ने नहीं बख्सा.
आरोपी शादीशुदा है. उसकी पत्नी अपने बेटे को लेकर मायके चली गयी थी, जिसके बाद से आरोपी की घर अपने नाम कराने की जिद बढ़ती चली गयी. जब सनकी आरोपी की जिद पूरी नहीं हुई तो उसने बारी बारी से अपने पिता, माता और भाई को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
अपने माता- पिता और भाई को मौत के घाट उतार कर आरोपी, घर में ताला लगाकर फरार हो गया था. पड़ोसियों से सूचना मिलते ही पुलिस ने घर का ताला तोड़कर लाशो को बरामद किया. पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.

नरेन्द्र सिंह अमर भारती मीडिया ग्रुप में कंटेंट राइटर हैं. उन्हें होटल इंडस्ट्री का अच्छा खासा अनुभव है. लोगो को अपने लेख द्वारा समाज में चल रही बुराइयों से सजग करने और उससे बचने के लिए अपने विचार व्यक्त करते हैं. इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने होटल इंडस्ट्री के अपने 18 साल के करियर को स्विच कर अपने पसंदीदा और रूचि के करियर मीडिया में प्रवेश किया है. वह न केवल सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सजग करते हैं, अपितु सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का प्रयोग कर सामाजिक बुराइयों को उजागर कर, दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग को सूचित करते हैं.