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राजधानी दिल्ली और एनसीआर में AQI लगातार बढ़ रहा हैं.दिल्ली और एनसीआर के लोग हर रोज जहरीली हवा मे सांस लेने को मजबूर हैं.आपको बता दे की दिल्ली में अभी GRAP-2 लागू है, लेकिन इसका कोई ज्यादा असर दिखता नजर नही आ रहा हैं.दिल्ली में लगातार प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार चिंतित नजर आ रही हैं.

दिल्ली के अलग – अलग इलाके में AQI


आज यानी 2 नवंबर 2023 की बात करे तो आनंद विहार में AQI 404 दर्ज किया गया जो की बेहद गंभीर स्थिति में हैं.वही बुराड़ी में AQI 340 दर्ज किया गया.आईजीआई पर AQI 332 दर्ज किया गया.बवाना में AQI 395 दर्ज किया गया अगर बात करे गाजियाबाद इंदिरापुरम इलाके में AQI 216 दर्ज किया गया, वही नोएडा की तो सेक्टर – 62 इलाके में AQI 342 दर्ज किया गया.

चलिए जानते है प्रदूषण का कारण


जैसा की हम जानते है की दिवाली के आस पास दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातगार बढ़ता है,जिससे दिल्ली के लोगों की आँखो में जलन सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं,चलिए जानते है इसकी असली वजह.

पराली जलाने से


पंजाब और हरियाणा के किसान धान कटने के बाद बड़ी मात्रा में पराली जलाते हैं, जिसके कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता हैं. पंजाब और हरियाणा दोनो सरकारो की तरफ से पराली ना जलाने को लेकर कानून बनाये गए है, लेकिन कुछ हद तक ही लगाम लग पाई हैं.क्योकि दिल्ली और एनसीआर दोनो ही पंजाब और हरियाणा से सटे राज्य है, जिसके कारण सबसे ज्यादा असर इन्ही राज्यों मे होता हैं.

गाड़ियों से निकलने वाला धुआँ


सेंटर एंड साइंस एनवायरमेंट की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार प्रदूषण का दूसरा सबसे बड़ा कारण गाड़ियों से निकलने वाला धुआँ हैं, जिससे काफी मात्रा में प्रदूषण होता है.सरकार द्वारा समय – समस पर इसके लिए कई तरह के कानून बनाये गये हैं, जिसमे लोगो से अपिल की जाती है की लोग मेट्रो या बसो से यातायात करे ताकि गाड़ियों का इस्तेमाल कम से कम किया जाए.


संवादसंग्रहकर्ता : अनुराग त्रिपाठी

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