महात्मा गांधी जी का उद्देश्य था कि देश का हर बच्चा पढ़ लिखकर देश को शांति और अहिंसा के पथ पर, देश को आगे ले जाए. देश को अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हुए पूरे 76 साल हो चुके हैं, मगर भ्रष्टाचार, अपराध, गरीबी आदि सामाजिक बुराइयों ने देश के गरीब बच्चों और युवाओं की कमर तोड़ दी है. भ्रष्टाचार हमारे देश में कैंसर की तरह फैल चूका है. जिसके कारण गरीब बच्चों को दो वक़्त की रोटी मिलना भी बहुत कठिन हो गया है, ऐसी परिस्थिति में गरीब बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है.
हालांकि सरकार ने गरीब बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान रखा है और स्कूल में उनकी उपस्थिति बनाए रखने के लिए मिड डे मील योजना को लागू किया, जिसका लाभ बहुत से बच्चों को मिल रहा है. बावजूद इसके बहुत से बच्चों को अपनी शिक्षा को बीच में छोड़ कर, बाल मजदूरी करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
हर गरीब बच्चे जो शिक्षा प्राप्त कर रहे है या नहीं कर रहे हैं, चाहे वह बाल मजदूरी कर, अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रहे हैं, उन बच्चो को भारतीय संविधान के अनुसार अपना बचपन बिना किसी सामाजिक बुराइयों के बंधन, से जीने का पूरा अधिकार है. बच्चे देश का भविष्य होतें हैं.
देश में गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए, सारी योजनायें और नीतियां मौजूद है, मगर भ्रष्टाचार के कारण हर बच्चे तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पाता है. सरकार की योजनाओं और नीतियों को हर एक नागरिक तक पहुचाने में सरकार की मदद के लिए विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत अधिकतर एनजीओ हमेशा तत्पर रहते हैं.
एनजीओ और कोई भी सरकारी संस्था, चाहे छोटी हो या बड़ी, मगर उसका उद्देश्य देश के नागरिको के हितो की रक्षा करना और उसके अधिकार को दिलाना होता है. इसी उद्देश्य से “माध्यम एक सहयोग” एनजीओ ने भी समाज में गरीबो को उनके अधिकार दिलाने के लिए शुरुआत की है.
आज गांधी जयंती के उपलक्ष्य में “माध्यम एक सहयोग” ने दिल्ली के मानसरोवर पार्क के 30 गरीब बच्चों को कॉपी, पेंसिल, रबर, पेंसिल कटर और टॉफ़ी आदि वितरित कर, देश और समाज में पढ़ लिखकर, आगे बढ़कर देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया.
हर बड़ी चीज की शुरुआत, एक छोटे से प्रयास से ही होती है, उसी प्रकार हम “माध्यम एक सहयोग” को उनके नेक इरादों के लिए धन्यवाद देतें है और उनके सभी सदस्यों को भविष्य में उनके प्रयासों से पूरे भारत में गरीबो को मूलभूत अधिकार दिलाने की योजनाओं के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं देते हैं.