आपने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की रात के दो बजे फांसी पर लटकाने की खबर जरुर सुनी होगी, क्या आपने एक ऐसे प्रधानमंत्री की रहस्यमय मौत की कहानी सुनी है जो तैरते तैरते गायब हो गए. आइए जानते है उनकी रहस्मय गायब होने की कहानी.
कहते है जब किसी की मौत सामने आ जाए तो, उसको कोई नहीं रोक सकता. चाहे वह व्यक्ति कितना भी ताकतवर और रसूखदार हो. ऐसा ही हुआ ऑस्ट्रेलिया के 17वे प्रधानमंत्री हेरोल्ड एडवर्ड होल्ट के साथ. पांच अगस्त 1908 को न्यू साउथ वेल्स के स्टैनमोर में जन्मे होल्ट दो भाईयों में बड़े थे। होल्ट के जन्म से महज सात महीने पहले उनके माता-पिता ने जनवरी 1908 में शादी की थी। उसके बाद 1910 में उनके छोटे भाई क्लिफोर्ड का जन्म हुआ था। हेरोल्ड एडवर्ड होल्ट को तैराकी और मछली पकड़ने का बहुत शौक था।
ये ऑस्ट्रेलिया के17वें प्रधानमंत्री थे. 26 जनवरी 1966 को उन्होंने प्रधानमंत्री का पद संभाला था। ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री मेनजिस की सेवानिवृत्ति के बाद वह निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। उन्होंने उसी साल बाद में हुए आम चुनाव में भी हिस्सा लिया था और भारी जीत हासिल की थी।
क्यूंकि होल्ट एक अच्छे तैराकी थे, कौन कहेगा कि उनका ये शौक ही उनके रहस्मय गायब होने का एक दिन बड़ा कारण बनेगा. अपने इसी शौक को जारी रखते हुए, पीएम बनने के बाद भी होल्ट 17 दिसंबर 1967 को विक्टोरिया के शेविओट बीच पर तैरते तैरते अचानक ऐसे गायब हो गए कि उन्हें बहुत ढूंढा गया, लेकिन वो कहीं नहीं मिले। आखिरकार 20 दिसंबर 1967 को उन्हें आधिकारिक तौर पर मृत घोषित कर दिया गया, लेकिन उनका शव आज तक नहीं मिल पाया
होल्ट के रहस्यमय तरीके से गायब होने को लेकर कई तरह की बातें भी हुईं। किसी ने उनके गायब होने को हत्या से जोड़ दिया, तो किसी ने कहा कि उन्हें शार्क खा गई होगी, वहीं बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं, जो कहते हैं कि उन्होंने आत्महत्या कर ली होगी, जबकि कुछ का कहना है कि उन्हें यूएफओ उठा कर ले गया होगा। हालांकि अभी तक इनमें से किसी बात की भी पुष्टि नहीं हुई है। ये सिर्फ मनगढ़ंत कहानियां हैं। ये अभी भी रहस्य ही बना हुआ है कि आखिर होल्ट कहां गायब हो गए। उनकी मौत के कारण अभी तक दुनिया के सामने नहीं आ पाए है. ये कुछ लोगो द्वारा रचित मनगढ़ंत कहानियां है, वे अपने सीमित ज्ञान और अन्धविश्वास या कोई जानबूझकर अफवाह फैलाकर लोगो को भर्मित करते है. हाँ यह एक बहुत ही गंभीर विषय है. चाहे कोई आम व्यक्ति हो या खास सबके जीवन का महत्व होता है. खुफिया विभाग के लिए पीएम हेरोल्ड एडवर्ड होल्ट की मौत की गुत्थी को सुलझाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी, जिसको सुलझाना बहुत जरुरी था. जिसको उनकी खुफिया एजेंसी और पुलिस विभाग सुलझा नहीं पाया है.