आंदोलन में हजारों की संख्या में देश के कोने कोने से प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस आंदोलन में इंदौर, भोपाल, बदनावर वर्धमानपुर, शिवपुरी, अशोक नगर, टीकमगढ़, गाजियाबाद, लखनऊ, नोएडा, सांगली महाराष्ट्र, मुंबई, नासिक, पुणे, आदि देश के हर कोने से तीर्थ रक्षक आए हुए थे।
सभी ने एक स्वर में अपने प्रत्येक तीर्थ की रक्षा के लिए आवाज उठाई।
बात चाहे गिरनार की हो, चाहे उदयगिरि की, चाहे अंजनगिरि हो, चाहे ग्वालियर के महावीर मंदिर की हो, सभी का संरक्षण हमे चाहिए। हमे गिरनार पर दर्शन पूजन का अधिकार जो हाई कोर्ट का 17 फरवरी 2005 के आदेश का प्रशासन पालन करे।
साथ ही जैन संत आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि जैन समाज किसी भी तरह की असंवैधानिक मांग नहीं कर रहा है, केवल दर्शन पाठ पूजा जो कोर्ट के द्वारा आदेशित 2005 में दिया हुआ है उन आदेशों का प्रशासन पालन करे और सौहार्द बना रहे आपस में मेल मिलाप बना रहे, हिंदू जैन जैसे शब्दों का और संतो के प्रति अपशब्दों का प्रयोग ना करें।
इस कार्यक्रम में इंदौर से भी विश्व जैन संगठन के कई पदाधिकारियों ने उपस्थित देकर तीर्थ और धर्म की रक्षा के लिए हुंकार के साथ संकल्पित होकर विश्व जैन संगठन इंदौर के अध्यक्ष मयंक जैन, ओम पाटोदी (महामंत्री), एड.पारस जैन (सचिव), नीरज जैन , निर्मल गंगवाल, दिनेश जैन, संगम जैन एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।