राजधानी दिल्ली और एनसीआर में हवा दूषित होती जा रही हैं. ठंड आते ही हवा खराब से बेहद खराब स्तर पर पहुंच जाती हैं. इसके कई कारण हो सकते है, लेकिन इसमे सबसे ज्यादा नुकसान दिल्ली वासियों का होता है.
आज वायु की गुणवत्ता PM 2.5 190 हैं , और PM 10 की गुणवत्ता 155 है , वही दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि प्रदूषण कम करने के लिए हर जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं. आपको बताते चले की दिल्ली में GRAP – 2 लागू है, इसमें निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करने पर जोर दिया जाता है , जिसमे सरकार मेट्रो , इलेक्ट्रिक सेवाओ पर विशेष ध्यान देती है , ताकि लोग निजी वाहनों का उपयोग ना करे.
DMRC ने कहा की प्रदूषण के मद्देनजर, आज यानि वुधवार 25 अक्टूबर से दिल्ली मेट्रो सोमवार से शुक्रवार को 40 अतिरिक्त फेरे लगाएगी इसे दिल्ली – NCR के लोगों को सफर करने में आसानी होगी और निजी वाहनो का प्रयोग न करके मेट्रो में सफर करने में सहूलियत होगी.
क्या है (GRAP)
ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्सन प्लान )
ग्रैप दिल्ली – एनसीआर में एयर क्वालिटी में गिरावट के लिए लागू किया जाता हैं. इसके कुल 4 चरण होते है, जिसमे हवा खराब से बेहद खराब श्रेणी के हिसाब से इसे लागू किया जाता है.
पहले चरण में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 201 – 300 खराब होने पर लागू किया जाता है , वही दूसरे चरण में वायु गुणवत्ता 301 – 400 पर लागू किया जाता है , तीसरे चरण की बात करे तो AQI 401 – 450 के बीच होने पर लागू किया जाता है , वही वायु गुणवत्ता 450 से अधिक होने पर चौथे चरण को लागू किया जाता है तथा ग्रैप – 2 लागू होने पर डीजल जेनरेटर के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दिया जाता है , इसका मकसद प्रदूषण को नियंत्रित करना होता है , गाड़ियो की पार्किंग में फीस बढ़ोतरी , मेट्रो , सीएनजी , इलेक्ट्रिक बस की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाती है.
संवादसंग्रहकर्ता : अनुराग त्रिपाठी